गीत
तेरे लिए सजना नथ, झुमका, सजना
लाली की झिलमिल,मेहंदी का रचना।
ये मयकश सी हवा कहाँ ले जा रही है,
पत्तियां साज छेड़े है धूप भी गा रही है,
मन पे नशा है मदहोशी सी छा रही है,
ए मेरी सखी तू मुझ पे ऐसे तो हँस ना
तेरी आवाज़ में है जाने ये कैसा जादू,
मुश्किल से संभले, रहे दिल पे काबू,
मन तड़पे है हर पल, दिल रहे बेकाबू,
मेरी बात बहकी आवाज में है बस ना
दिल की ये बातें मैं किस को बताऊँ,
दो बोल कहने को मैं कहाँ से ले आऊँ,
खुश्बू है वो मैं कैसे किस को दिखाऊँ,
मुश्किल समझना, है मुश्किल कहना
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