ए मेरे वतन🧿
ए मेरे वतन के लोगों तुम खूब लगा लो नारा ,
हर दिन शुभ है अपना लहराओ तिरंगा प्यारा l
अगर लूटी आजादी तो अपमान सबका है ,
अगर लुटी एक बेटी तो लूट सम्मान सबका है ll
छोड़ो बातें सबकी पहले मिलकर लड़ो दरिंदों से क्योंकि यह हिंदुस्तान सकता है l
मत भूलो सीमा पर वीरों ने प्राण गवाएं हैं ,
कुछ याद उन्हें भी कर लेना जो लौट के घर ना आए ll
मत कहना तीन रंगों का वस्त्र इसे l
यह ध्वज देश की शान है तीन रंगों से रंगा हुआ,
यह देश हिंदुस्तान है, यह देश हिंदुस्तान ll
मैं हिंदू हूं,तू मुस्लिम में हूँ , है दोनों इंसान ,
ला मैं तेरी गीता पढ़ लूं तू पढ़ ले कुरान l
गुज रहा भारत में भारत का नगाड़ा है ,
चमक रहा आसमान में देश का एक सितारा ll
अपने तो दिल में है यही है अरमान l
बस एक थाली में खाना खाए,
सारा हिंदुस्तान , सारा हिंदुस्तान ll
-