जीतना मेरा मकसद है,हराना मेरी फितरत नहीं... -
जीतना मेरा मकसद है,हराना मेरी फितरत नहीं...
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अपनी निजी जिम्मेदारियों को छोड़करमित्रता निभाना धूर्तता एवं पाखण्ड है। -
अपनी निजी जिम्मेदारियों को छोड़करमित्रता निभाना धूर्तता एवं पाखण्ड है।
ईर्ष्या और निंदा अन्योन्याश्रित हैं।अच्छा ईर्ष्यालु, बेहतर निंदक भी होता है। -
ईर्ष्या और निंदा अन्योन्याश्रित हैं।अच्छा ईर्ष्यालु, बेहतर निंदक भी होता है।
अपने कर्तव्यों का पालन ही सच्चा धर्म है।कर्तव्य-विमुख धार्मिकता ढोंग है। -
अपने कर्तव्यों का पालन ही सच्चा धर्म है।कर्तव्य-विमुख धार्मिकता ढोंग है।
आलोचना मुक्त प्रशंसा ऐसा विष हैजो पतन का मार्ग प्रशस्त करती है। -
आलोचना मुक्त प्रशंसा ऐसा विष हैजो पतन का मार्ग प्रशस्त करती है।
अहले गुरूर फ़कत बहुत अच्छा नहीं,बहुत अज़ीम है हमको तुम्हारा याद आना...— % & -
अहले गुरूर फ़कत बहुत अच्छा नहीं,बहुत अज़ीम है हमको तुम्हारा याद आना...— % &
वक्त की बंदिशें हैं केवलनादान नहीं हूं तेरे गम सेइधर-उधर की मत सोचऐ पगली तू जान है मेरी -
वक्त की बंदिशें हैं केवलनादान नहीं हूं तेरे गम सेइधर-उधर की मत सोचऐ पगली तू जान है मेरी
करीबी को डर कि, स्वार्थ है अधिक।अजनबी को भय कि, फरेब है बहुत।खुद तो कोई दो कदम साथ नहीं देता,फिर बैठ सोचता है, अकेले हैं बहुत।। -
करीबी को डर कि, स्वार्थ है अधिक।अजनबी को भय कि, फरेब है बहुत।खुद तो कोई दो कदम साथ नहीं देता,फिर बैठ सोचता है, अकेले हैं बहुत।।
जीवन-पथ पर प्रारब्ध मिले,एक-दूजे से परिपूरित हों।नवजीवन में खुशियां आयें,नित घर-आँगन प्र-मुदित हो। -
जीवन-पथ पर प्रारब्ध मिले,एक-दूजे से परिपूरित हों।नवजीवन में खुशियां आयें,नित घर-आँगन प्र-मुदित हो।
खराब होने के लिए एक ही गलती काफी।नेकी, और हजार अच्छाइयां भी नाकाफी।। -
खराब होने के लिए एक ही गलती काफी।नेकी, और हजार अच्छाइयां भी नाकाफी।।