तुम्हारे नूर से चमकते हुए चेहरे में खोना चाहते है
थक न जाए आँखें हम सोना चाहते है
यूं तो तुम्हारी कही हर बात सुन लेते है,
तुम्हारी कही हुई बाते यादो के धागे में पिरोना चाहते है
कभी नरमी से पेश आते हो कभी गुस्सा करके प्यार जताते हो सच बताओ ऐसे ही हो या मेरे साथ ऐसा होना चाहते हो
तुमसे लिपट कर तुम्हारी ही शिकायत कर रोना चाहते है ,
थक ना जाये आंखे हम सोना चाहते हैं!!
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