ना जाने क्यूँ अपना दर्द छुपाता हूँ मैं..? शायद कोई समझ नहीं पायेगा मुझे इसीलिए चुप-सा रह जाता हूँ मैं अंदर से कितना टूट चुका हूँ क्यूँ किसी से नहीं कह पाता हूँ मैं..? कोई पूछता है हाल मेरा तो सबको यही बताता हूँ मैं ठीक हूँ मैं..! सबको यही जताता हूँ मैं ना जाने क्यूँ अपना दर्द छुपता हूँ मैं..?