जब जब गमो का बादल छाया, तब तब मेरा मन घबराया
मैंने मन को यही समझाया ये काले बादल है सबका हिस्सा, उठ खड़ा हो और लिख दे अपना किस्सा
अब औरो से उम्मीद लगाना छोड़ दिया है, गया जितना करीब उनके उन्होंने उतना ही दिल तोड़ दिया है
जो झाँका अपने अंदर मैंने,खुद को खुद से लड़ता हुआ पाया
रख विश्वास खुद पर तू डरता क्यों है, तू अकेला नहीं इस युद्ध में , है खुदा का तेरे ऊपर साया....
-