ये साल भी तो लिबास है कालखंड का, घोर भोगी है और साक्षी है पाखंड का।। जब हम ना बदले तो क्या खाक बदला, क्यों इंतज़ार है बेस्रबी से नव मार्तंड का।।नया साल मुबारक😊✍️ ✍️ ✍️ 😊संजय कस्वां -
ये साल भी तो लिबास है कालखंड का, घोर भोगी है और साक्षी है पाखंड का।। जब हम ना बदले तो क्या खाक बदला, क्यों इंतज़ार है बेस्रबी से नव मार्तंड का।।नया साल मुबारक😊✍️ ✍️ ✍️ 😊संजय कस्वां
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ये हलधर है, हल निकालना आता हैं।चीर धरा को, फल निकालना आता है।।लगे मुनासिब तो ज़रा आकर बाहर देखना!है जुदा, मगर अमन चिराग जलाना आता है!! #FARMER'SDAY -
ये हलधर है, हल निकालना आता हैं।चीर धरा को, फल निकालना आता है।।लगे मुनासिब तो ज़रा आकर बाहर देखना!है जुदा, मगर अमन चिराग जलाना आता है!! #FARMER'SDAY
"बिन जल एक पल भी कैसे" पूरी कविता कैप्शन में पढ़े👇👇👇 -
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ये हलधर है, हल निकालना आता हैं।चीर धरा को, फल निकालना आता है।।लगे मुनासिब तो ज़रा आकर बाहर देखना!है जुदा, मगर अमन चिराग जलाना आता है!! -
ये हलधर है, हल निकालना आता हैं।चीर धरा को, फल निकालना आता है।।लगे मुनासिब तो ज़रा आकर बाहर देखना!है जुदा, मगर अमन चिराग जलाना आता है!!
भीड़ बुलाई नहीं जाती यह खूद-ब-खूद बन जाती है! मारना मानव को चाहते है, मगर सच इंसानियत मर जाती है!! -
भीड़ बुलाई नहीं जाती यह खूद-ब-खूद बन जाती है! मारना मानव को चाहते है, मगर सच इंसानियत मर जाती है!!
मेरे इश्क़ के शहर में, आप एक बार आओ तो सही! कितने वजनदार है हम, अपने यहां तोलकर बताओ तो सही!! -
मेरे इश्क़ के शहर में, आप एक बार आओ तो सही! कितने वजनदार है हम, अपने यहां तोलकर बताओ तो सही!!
ओ अच्छा पर मेंने उन्हें लोरियाँ कहा है! फिर बताओ ये सिसकियाँ तो लोरियाँ कहां है...? -
ओ अच्छा पर मेंने उन्हें लोरियाँ कहा है! फिर बताओ ये सिसकियाँ तो लोरियाँ कहां है...?
कभी कह दिया ना मित्रों,भाई - बहनों आज गोबर खाना है...दूसरे दिन ये भक्त नारे लगाएंगे" हम 130 करोड़ ने ठाना है, अब गोबर खाकर सोना है"🤭🤭 -
कभी कह दिया ना मित्रों,भाई - बहनों आज गोबर खाना है...दूसरे दिन ये भक्त नारे लगाएंगे" हम 130 करोड़ ने ठाना है, अब गोबर खाकर सोना है"🤭🤭
रहिमन धागा प्रेम का मत तोड़े छिटकाए। टूटे से फिर ना मिले मिले गांठ पड़ जाए। । -
रहिमन धागा प्रेम का मत तोड़े छिटकाए। टूटे से फिर ना मिले मिले गांठ पड़ जाए। ।
पढ़ लो कुरान की हर आयतें गीता को भी तुम खंगाल लो, जहां लिखा हो हिंसा अच्छी है उन पन्नों को तुम संभाल लो। -
पढ़ लो कुरान की हर आयतें गीता को भी तुम खंगाल लो, जहां लिखा हो हिंसा अच्छी है उन पन्नों को तुम संभाल लो।