एक दर्द दिल में है आज, जज़्बात भी मेरे उदास है आज, है कई रिश्ते साथ मेरे, फिर भी एक तन्हाई का एहसास है आज, ना जाने क्यो रुकती नहीं, ये जो अश्को की बरसात , ना दिन गुज़र रहा है ना रात, बस तेरे बिना , ज़िंदगी उदास है मेरी आज!
सुबह तेरी बातों में,दोपहर तेरे ख्यालों में शाम तेरे इंतज़ार में रात तेरी यादों में गुज़रती हैं भला कौन कहता हैं ये इश्क़ फुर्सत का काम हैं हमें तो वक्त कम पड़ जाता हैं इश्क़ को सँवारने मे.