वो मुझे गुड नाईट बोलकर अब किसी और के लिए आॅनलाइन आती है,
मुझे सुलाकर वो किसी और के सुनहरे सपने सजाती है,
वो जिसका एक पल भी मेरा बिना नहीं कटता था,
आज वही मेरा मैसेज सीन करके छोड़ जाती है,
वो जिससे बात किये बिना वो खाना भी नहीं खाती थी,
आज वही भरपेट खाना खाके सो जाती है,
वो जिसकी जिंदगी कभी मैं हुआ करता था,
आज वही किसी और को अपनी जिंदगी बताती है,
वो जिससे कभी अलग न होने की कसमें खाया करती थी,
आज वही कसमें वो किसी और के साथ निभाती है,
वो जिसकों मेरा किसी लड़की के साथ खड़ा होना मंजूर नही था,
आज वही किसी और लड़के के साथ खड़े होकर फोटो खिंचवाती है,
वो जो कभी मेरे साथ साईकिल में स्कूल जाया करती थी,
आज वही किसी और की बाईक में बैठकर जाया करती है॥
Ritesh babu
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