Rohan Singh   (©Rohan सिंह)
1.9k Followers · 699 Following

read more
Joined 29 July 2019


read more
Joined 29 July 2019
20 JAN 2022 AT 1:03

ख्वाइशों के माकम बने हुए से हैं, वही
एक मकबरा कही मेरा भी तो दफ़न हो रहा ,
किस छोड़ की तलाश करे जो है अब और
किस ओर यह मेरा दिल ठहर रहा

-


26 NOV 2021 AT 8:12

तवाजूं हैं यह जिंदगी की,
ख्वाईशें तो हज़ार ही होंगी,
पाना बहुत कुछ बाकी अभी के मुकाम पे,
चाहतें पूरी सब, अब तेरे बाद ही होंगी ।

-


15 NOV 2021 AT 0:56

ना रहा वो चाँद वही, ना रही अब बातें वही,
ना रहेंगे अब सारे वही अपने जज़्बात अभी,
की सीधी डगर के उलझे क़िस्से हैं हम,
जो बिखर भी गए, तो सवार हम बदलेंगे नहीं ॥

-


24 OCT 2021 AT 10:24

उनकी सादगी से आते हैं वोही पुराने ख्याल सभी,
जरूरी भी हैं , की बदले यह मन के जज़्बात यूंही,
इंतजार करना भी कैसा यह दस्तूर बना लिया,
की जलते अश्कों से पूछे हैं और ऐसे सवाल कई।

-


16 OCT 2021 AT 20:29

कुछ कहना भी है और कुछ कहूं भी नही
कुछ छुपा भी लिया, और कुछ बचा भी नही,
तुम मेरे हो, और मेरे जैसे ही
दूर तुमसे हूं पर क्यों तुम्हें भुला नहीं ।।

-


10 OCT 2021 AT 15:08

Paid Content

-


9 OCT 2021 AT 0:39

सम्पूर्ण की तलाश करे, ज़माने में कई,
अपनी ख़ामियाँ कहाँ ही तुम देखोगे,
साथ छोड़ देने का रिवाज़ यहाँ,
तुम बताओ, तुम कहा तक चलोगे ॥

-


3 OCT 2021 AT 21:33

ज़िंदगी के मुक़ाम कई मिले हैं.
पीछे मुड़ कभी देखा क्यूँ नहीं,
कुछ पल साथ चले तो हैं,
पर लगे जैसे हम कभी मिले नहीं,

हासिल हुआ सब , पर कुछ बाक़ी लगे हैं,
इम्तिहान देने का दर क्यूँ तुझको अब नहीं हैं,
की पार किए हैं दरियाँ इतने,
की रुसवा हुए कई , और कोई वज़ह नहीं हैं॥

-


29 SEP 2021 AT 21:05

क़त्ल भी गर कर दो तुम,
दिल से उफ़्फ़ तक ना निकलेगी,
बड़े ज़ालिम है हसीन तेरी निगाहें,
जान लिए बिना कहाँ यह ठहरेगी ॥

-


29 SEP 2021 AT 20:17

एक क़िस्सा... एक कहानी..
चाहे कुछ भी कह दे हम,
कई पढ़े फिर चाहे, कुछ को ही समझना ,
पर किसी एक को ही महसूस हो
जो असल मायनो में हमने कहना...
की ऐसा कुछ कहना तुम्हें...
एक क़िस्सा ... एक कहानी..
बस कहना तुम्हें....

-


Fetching Rohan Singh Quotes