A sad bird circled a fallen tree, which had been her home until that morning; now her nest was gone. Ironically, the people who had cut the tree were now searching for another tree to shade them from the scorching sun.
ग़म को हँसी में छुपा कर ना जिए जा। अधूरेपन के एहसास में, दर्द को ना पिये जा। बाँट ले अपने दर्द को अपनों से, क़बूल दर्द को और उससे आज़ाद हो जा। क्या हुआ जो ज़िंदगी में बहुत चोट खाई है? हर किसी को ज़िंदगी ने बहुत कुछ सिखाई है।
जब सूर्य अपनी उत्तरायण अर्ध परिक्रमा पूरी कर ले, तब गर्मी के मौसम का स्वागत कर 14 अप्रैल को हमारी खूबसूरत, रंग-बिरंगी संस्कृति वाली इस ज़मीं पे कही मनाते है नवरात्रि षष्ठी, वैशाखी, पोइला बोइशाख (बंगाली नववर्ष), यमुना छठ, विषुक्कणी (मलयालम नववर्ष), चरक पूजा कहीं सतुआनी ( बिहार) पर्व। जो भी त्योहार अपना सा लगे, दिल से मनायें। शुभकामनाएँ सभी को!!!!!