रांझणा  
7.2k Followers 0 Following

read more
Joined 8 August 2019


read more
Joined 8 August 2019
4 MAY AT 4:51

किसी रोज़ जमीन की गोद में लेटे हुए
अपनी ही रूह को निहारूँगा मैं..
ठीक वैसे ही जैसे कोई बच्चा हाथ से गुब्बारा
छूट जाने के बाद ताकता रहता है आसमान को।

-


12 APR AT 23:48

बुर्जगों ने तो सब लिख दिया है...अब क्या नया लिखू

-


17 MAR AT 7:59

कमियाँ तो मुझमें भी बहुत है,
पर मैं बेईमान नहीं।
मैं सबको अपना मानता हूँ,
सोचता फायदा या नुकसान नहीं।
एक शौक है ख़ामोशी से जीने का,
कोई और मुझमें गुमान नहीं।
छोड़ दूँ बुरे वक़्त में अपनों का साथ,
वैसा तो मैं इंसान नहीं।

-


22 FEB AT 9:44

रोटियां भी तोड़ कर खिलाऊंगा तुम्हें,
सिर्फ सब्ज़ी बनाने तक ही इश्क़ नहीं है हमारा।

-


11 FEB AT 13:28

मैं मौहब्बत के इरादे से नही आया
मैं सिर्फ शायरी सुनाता हूँ और चला जाता हूँ ...

#पर मेरा दिल जीत लो अलग बात है

-


13 JAN AT 21:27

अनसुलझी गुत्थी
[Caption Read]

-


11 JAN AT 5:54

मेरे घर से मयखाना इतना करीब ना था दोस्त
कुछ लोग दूर हुए तो मयखाना करीब आ गया

-


24 DEC 2023 AT 22:48

हम होठो से कितना भी ना
कह ले ऐ सनम,,
हमारी आँखों में तुम्हारी मोहब्बत दिख ही जाती है..!!⁠⁠⁠⁠

-


13 DEC 2023 AT 7:55

उदास लड़कियां खोजनी नहीं पड़ती
बहुत आसानी से मिल जाती हैं

कभी रसोई में उफनते दूध के पास बेख्याल खड़ी
कभी घंटो रुकी हुई किसी किताब के पन्ने पर

#चाय बिगाड़ती हुई ...
#रोटियां जलाती हुई...
शाम को छत पर इयरफोन लगाए गीत सुनती
पर गीत के बोल पूछने पर सकपकाती हुई ।

-


22 NOV 2023 AT 8:10

जो कहना है Yq पर डाल देता हूँ....

"किसी से " इश्क भरी बातें किये
"बड़े दिन हो गए".....

-


Fetching रांझणा Quotes