राहुल मसान  
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Life?
Joined 17 March 2019


Life?
Joined 17 March 2019
12 NOV 2023 AT 10:49

हजारों दीपों में एक प्रकाश का दीप अपने अंदर भी जलाना
उम्मीदों और विश्वास की एक किरनपुँज अपने अंदर भी जगमगाना
और बड़ो के सम्मान और पूर्वजों के आदर स्वरूप पहला दीप जलाना
छोटे की उम्मीदों और जिम्मेदारियों का एक संकल्प स्वयं पर उठाना।
      दिवाली की ढेरों शुभकामनाएं।।।।🎊💐
माता लक्ष्मी 🎊🙏🏼और सिद्धिविनायक🙏🏼🎊 की कृपा आप सब पर बनी रहें।।।।

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21 SEP 2023 AT 3:25

ज़िन्दगी किसका-किसका परिहास करोगी, तुम किसकी हो सिवाय मौत के अलावा ;तुम्हारा अस्तित्व मौत के आगोश में समा जाने के अलावा और क्या ही है!?
मौत! तुम स्वीकार योग्य जरूर हो लेकिन तुम्हारा यूं अचानक आ जाना बिन बुलाए मेहमान सा लगता है थोड़ी शर्म का चोला तुम भी ओढ़ लिया करो।
तुम्हारा आना उतना कष्टदायी नहीं जितना कष्टदायी तुम्हारी निष्ठुरता है तुम्हारे ख़ुद के इस व्यवहार से हमसे बहुतों की शिकायत हो जाती है ,हम तो जिंदगी है जो सिर्फ़ प्यार ,रिश्ते और ज़ज़्बातों के मोह में इतना फसते जाते है जो तुमको स्वीकार कर पाना बहुत मुश्किल हो जाता है ।
बाकी शिकायतें बहुत है तुमसे लेकिन ठीक है अगर आ ही गयी हो तो चलो ले चलों लेकिन ध्यान रहें हमारे अपने तुम्हारा सम्मान कभी नहीं करेंगे
हमारे अपने सिर्फ़ हमारी ज़िंदगी और ज़ज़्बातों का आदर करेंगे।


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23 OCT 2022 AT 22:50

सुनो कल उसका दिया ख़रीद लेना
पटाखों की उम्मीद में कोई हामिद होगा।

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23 OCT 2022 AT 22:41

दीपों का त्यौहार आया है, उम्मीदों और भरोसे का त्यौहार आया है।
मर्यादा और संस्कारों को प्रज्वलित रखने का त्यौहार आया है।
त्याग और स्वाभिमान को जिंदा रखने का त्यौहार आया है।
छोटों का बड़ों के प्रति आदर और सम्मान का त्यौहार आया है।
दान और पूण्य की संस्कृति की जीवंतता का त्यौहार आया है।
दीपोत्सव आया है।
दीपावली की ढेरों शुभकामनाएं।।

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24 SEP 2022 AT 0:50

किसकी शिकायत है जनाब ?
हुजूर ,उम्मीदों की......

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23 SEP 2022 AT 0:23

है ! शाम -ए-पहर- तो घबराना नहीं हैं।
यक़ीन मानों अगली सुबह का शंखनाद तुम्हारा होगा।

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1 SEP 2022 AT 23:38

अब किस बात की सज़ा होगी
इश्क़ की वो रात शायद वज़ह होगी।
और मोहब्बत की लड़ाई में हमारा वजूद काफिरों का है
मुहतसिब तू दे सज़ा तेरी हर सज़ा हमें मंजूर होगी।

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13 AUG 2022 AT 1:20

हम यारी में वफ़ा की पूरी गुंजाइश रखते हैं।
मोहब्बत को तो हमेसा से शिकायत रही हैं ।।।

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11 AUG 2022 AT 14:43

रिश्तों की पावन डोर है वो
हर रिश्ते में बड़ी मजबूत है वो।
मुश्किल है कुछ लिख पाना
शब्दों की सीमा के वार है वो।।
बहन है वो।।

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11 AUG 2022 AT 2:38

उनसे ज्यादा कुछ उम्मीद थी नहीं हमें
इश्क़ में वफ़ा की उम्मीद थी नहीं हमें,
सफर में मीले थे सफ़र में ही बिछड़ना था
पर कुछ ऐसे गए वो जिसकी उम्मीद थी नहीं हमें!!

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