ज़ख्म उनके और भी गहरे होते हैं जिनके आँखों में आसूं ठहरे होते हैं जो लोग भरते नहीं कभी आहे सिसकियां वो अंदर से उतने ही ज्यादा ही टूटे होते हैं जो कहते नहीं कभी किसी से गम अपना वो तन्हाइयों में कहीं छिपकर रोते रहते हैं😍
दिल मे तेरी यादें जुबां पे तेरा जिक्र है बेहद कशमकश में हूँ मैं ये इश्क है या सिर्फ तेरी फिक्र है इजाजत हो तो इतनी सी शरारत कर लूँ आज मैं तुमसे थोड़ी बात कर लूँ तुम्हारे लिए इस दिल में इश्क भरा है ❤️