न मुझ में मैं न तुम में तुम चलो गुमनाम हो जाएँ चलो इक दूसरे के नाम से बदनाम हो जाएँ चलो यमुना किनारे चल के राधा श्याम हो जाएँ चलो जंगल में विचरें और सीता राम हो जाएँ अगर बादल हो तुम हम भी हैं रेगिस्तान की तृष्णा उतर आओ धरा पर हम भी गंगा धाम हो जाएँ.. -निशा ✍️ #सीताराम#राधाश्याम #बदनाम#गंगा#धाम #kavita#shayarilover
कभी ममता,कभी करुणा, कभी श्रृंगार बन जाए। कलम ज़िद पर कभी आ जाए तो तलवार बन जाए। कभी गीता, कभी कुरआन औ' गुरुग्रंथ साहिब भी, कभी फिर बाइबिल बन अम्न का उपहार बन जाए।। ----निशा राय🖋