केहती हैं के अब तो खुल के जीतोड दे कुछ कायदेकुछ बंधन छोडदें..अरमानों को दबेँ हूँए ,कुछ नऐ पँख दे...बहोत हूँआ मरमर के जीना..अब तो दिलखोल के जीकर हैं मरना... -
केहती हैं के अब तो खुल के जीतोड दे कुछ कायदेकुछ बंधन छोडदें..अरमानों को दबेँ हूँए ,कुछ नऐ पँख दे...बहोत हूँआ मरमर के जीना..अब तो दिलखोल के जीकर हैं मरना...
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रंग विखुरले स्वातंत्र्याचेस्वंच्छदी पाखरा हाक मारती विहारासपंख पसरुनी घाल पाखरा तु गवसनी आकाशासभय कसले नको उरीघेई ऊँच तू भरारी...नाही अडचण ती ढगांचीनाही धग ती सुर्याचीघेरे घेरे पाखरा तू झेप मोकळ्या आकाशी... -
रंग विखुरले स्वातंत्र्याचेस्वंच्छदी पाखरा हाक मारती विहारासपंख पसरुनी घाल पाखरा तु गवसनी आकाशासभय कसले नको उरीघेई ऊँच तू भरारी...नाही अडचण ती ढगांचीनाही धग ती सुर्याचीघेरे घेरे पाखरा तू झेप मोकळ्या आकाशी...
सारे सोबत असुनही माझ नाही कुणी लय आहेत आशिक पन लायक नाही कुणी -
सारे सोबत असुनही माझ नाही कुणी लय आहेत आशिक पन लायक नाही कुणी
ऐकायलाही शिकाव का ?बोलायला लोकं आहेतच.. -
ऐकायलाही शिकाव का ?बोलायला लोकं आहेतच..
इन व्याध -पंतगो के इश्क की मंजिल ही हैं तपिशशमा तो जलतीही हैं जलनाही हैं उसका नसीब -
इन व्याध -पंतगो के इश्क की मंजिल ही हैं तपिशशमा तो जलतीही हैं जलनाही हैं उसका नसीब
इन राहों पर सन्नाटोंसे दिल जम सा जाता हैंआहट से परछाईकी थम सा जाता हैं -
इन राहों पर सन्नाटोंसे दिल जम सा जाता हैंआहट से परछाईकी थम सा जाता हैं
ए पगली क्यों सज रहीं हैं इन नकली गेहनों सेप्यार हैं मुझे तेरी पवित्र सादगीसेंतु तो तराशा हूँआ हिरा अपनेआप मेंहीतु गुलाब खिलाखिलासा लाजवाब हैं.. तु धूँन बासुरीकीतुही झरना चंचलतु हवा नशिली तुही बरसता बादलतुही श्रीगार पुरा बिन काजल.. -
ए पगली क्यों सज रहीं हैं इन नकली गेहनों सेप्यार हैं मुझे तेरी पवित्र सादगीसेंतु तो तराशा हूँआ हिरा अपनेआप मेंहीतु गुलाब खिलाखिलासा लाजवाब हैं.. तु धूँन बासुरीकीतुही झरना चंचलतु हवा नशिली तुही बरसता बादलतुही श्रीगार पुरा बिन काजल..
सुहानी, हमनें गठरी बांध ली हैं..कुछ बोझ नहीं दिल परना आत्मापर हमारी..तैयारी पुरी...exit की दुनिया सें समझों कर ही ली हैं -
सुहानी, हमनें गठरी बांध ली हैं..कुछ बोझ नहीं दिल परना आत्मापर हमारी..तैयारी पुरी...exit की दुनिया सें समझों कर ही ली हैं
Mistry's for myself Taking swing between Dipretion and hopes Roaring tigress some little time And freezed soulWith all my dreams -
Mistry's for myself Taking swing between Dipretion and hopes Roaring tigress some little time And freezed soulWith all my dreams
आधीअधुरी रेहगई चादरख्वाबों की जो बुनीथीओढके झूँटी मुस्कानआज लाश बनके खडी थी -
आधीअधुरी रेहगई चादरख्वाबों की जो बुनीथीओढके झूँटी मुस्कानआज लाश बनके खडी थी