पूनम की रात में मैंने अंधेरे देखें है, आज सैकड़ों लोग उसको घेरे देखें है । और इससे बुरा मैं क्या देखूंगा ज़िंदगी में , आज अग्नि के सामने मैने उसके फेरे देखें है।
गर दुआएं मिले बाज़ार में तो उन्हे खरीद लाए, जीवन में उसके अब कोई तो नई उम्मीद आए, रात और नींद पे हक यकीनन सभी का है लेकिन मेरे हिस्से में जागना और उसके हिस्से में नींद आए
हमारे प्यार के किस्से, और मेरे इश्क की कहानी बस इतना कहूंगा बो मेरी जान थी। इश्क मुकम्मल न हुआ इस बेमुरब्बती दुनिया में मैं लड़का हिंदू का और बो मुसलमान थी।।