अर्ज़ किया है ,
कि मेरी तकल्लुफ़ में रोए जो
वो मेरी जान है,
कि मेरी तकल्लुफ़ में रोए जो
वो मेरी जान है,
बाक़ी सारे ग़मों से मेरी ,
ये दुनिया अंजान है,
कि , किस किस से चिखें
और मदद माँगे हम,
कि , किस किस से चिखें
और मदद माँगे हम,
ये मुर्दों की बस्ती है,
यहाँ सब क़ब्रिस्तान है!!
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