"भारत सरकार द्वारा संचालित 'हर घर तिरंगा योजना' स्वयं में एक स्वार्थयुक्त एवं छिछला राजनैतिक उपक्रम
है l जिसका उद्देश्य ना तो राष्ट्रीय ध्वज की महत्ता स्वीकारना है और ना ही देशभक्तों की गणना करना, अपितु इसका एक मात्र लक्ष्य जनसामान्य में सनसनी पैदा कर भावी राजनैतिक मसौदे तैयार करना है l
क्योंकि देशभक्ति केवल इस तर्क से सिद्ध नहीं होती कि हम कितने तिरंगे हमारी छतों पर फहराएंगे बल्कि इस तर्क से सिद्ध होती है कि हमने ऐसे कौन-से कार्य किए हैं जो हमारे परिवार, हमारे समाज और हमारे देश के हित में हैं l"
अतः मुझे भय है कि जनसामान्य द्वारा तिरंगे का अधिक उपयोग कहीं उसकी विशिष्टता एवं शुचिता को भंग ना करे, क्योंकि....
"जहाँ वस्तु विशिष्ट के दायरे से निकल सामान्य के दायरे में पहुंच जाती है वहाँ उसका दुरुपयोग निश्चित है l"🙏🙏🙏🙏🙏
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