आदमी मर जाते है एक दिन इस जहान-ए-ख़राब में !!दास्तां-ए-किरदार ही बस बाकी रह जाते है जमाने में !! -
आदमी मर जाते है एक दिन इस जहान-ए-ख़राब में !!दास्तां-ए-किरदार ही बस बाकी रह जाते है जमाने में !!
-
जिस्म की कैद से फक़त,रूह का तो आज़ाद होना था !!बहाना ये जिंदगी का था,बस मौत को राहत पाना था !! -
जिस्म की कैद से फक़त,रूह का तो आज़ाद होना था !!बहाना ये जिंदगी का था,बस मौत को राहत पाना था !!
बसा लिया है हमनें आशियाना नये शहर में !!पुराना घर दिल में अब भी आबाद रहता है !! -
बसा लिया है हमनें आशियाना नये शहर में !!पुराना घर दिल में अब भी आबाद रहता है !!
वक़्त और हालात के हमनें मारे देखे है,महज एक-दो ही नहीं देखे कई सारे देखे है !!जमीं के है तो रखे ख़्वाब आसमानों के,फिर हमनें आसमानो में भी टूटते तारे देखे है !!एक दरिया का हुनर था आज़ाद बहना,एक रोज़ समंदर में डूबते दरिया सारे देखे है !!शहर को निकले थे परिंदे आशियाने से,लौट कर आये तो शाखों पर थके-हारे देखे है !! -
वक़्त और हालात के हमनें मारे देखे है,महज एक-दो ही नहीं देखे कई सारे देखे है !!जमीं के है तो रखे ख़्वाब आसमानों के,फिर हमनें आसमानो में भी टूटते तारे देखे है !!एक दरिया का हुनर था आज़ाद बहना,एक रोज़ समंदर में डूबते दरिया सारे देखे है !!शहर को निकले थे परिंदे आशियाने से,लौट कर आये तो शाखों पर थके-हारे देखे है !!
जमीन पर टूटकर तो आदमी आसमान में सितारा बन रहने लगता है!!आसमाँ में रहकर जो टूटे तो सितारा जमीं के काबिल भी ना रहता है!! -
जमीन पर टूटकर तो आदमी आसमान में सितारा बन रहने लगता है!!आसमाँ में रहकर जो टूटे तो सितारा जमीं के काबिल भी ना रहता है!!
फूल,तितलियाँ,ख़्वाब,इश्क़,शिकस्त,आँसू ,सब आलम है जिंदगी को बहलाने के जमीन पर !! दुनियाँ ये आसमान की बेरंग है बहुत और मेरे दोस्त वहाँ तुम और भी तन्हा हो जाओगे !! -
फूल,तितलियाँ,ख़्वाब,इश्क़,शिकस्त,आँसू ,सब आलम है जिंदगी को बहलाने के जमीन पर !! दुनियाँ ये आसमान की बेरंग है बहुत और मेरे दोस्त वहाँ तुम और भी तन्हा हो जाओगे !!
इश्क़ में तुम्हारें हम भी जिंदगी के यूँ नाज़ो-सितम उठाये !!तुम ObGy लो तो फिर यार हम भी देखो Pedia ही उठाये !! -
इश्क़ में तुम्हारें हम भी जिंदगी के यूँ नाज़ो-सितम उठाये !!तुम ObGy लो तो फिर यार हम भी देखो Pedia ही उठाये !!
परिंदो का जब तलक बसेरा रहता है !!नीला आसमान भी हरा-भरा रहता है !! -
परिंदो का जब तलक बसेरा रहता है !!नीला आसमान भी हरा-भरा रहता है !!
Hai jameen se Aasmaan tak ka Hi mahdud safar sabka !!Zindagi phir bhi bhatakti rahti hai Aawara si in Shahro me !! -
Hai jameen se Aasmaan tak ka Hi mahdud safar sabka !!Zindagi phir bhi bhatakti rahti hai Aawara si in Shahro me !!
अब तो इस गली से कोई शख़्स गुज़रता भी नहीं ,लगता है CORONA Affected area से लौटा है कोई !!कोई आहट,कोई आवाज़,कोई चाप नहीं है इधर,लगता है COVID19 suspected isolated है कोई !!चंद रोज में रेज़ा रेज़ा होंगे नापाक इरादे COVID19 के,Cough etiquette & Hygiene का ख़्याल रखें हर कोई !! -
अब तो इस गली से कोई शख़्स गुज़रता भी नहीं ,लगता है CORONA Affected area से लौटा है कोई !!कोई आहट,कोई आवाज़,कोई चाप नहीं है इधर,लगता है COVID19 suspected isolated है कोई !!चंद रोज में रेज़ा रेज़ा होंगे नापाक इरादे COVID19 के,Cough etiquette & Hygiene का ख़्याल रखें हर कोई !!