शाम के वक्त जब उजाला चल पड़ता हैं पश्चिम की ओर कुछ किरनें जब झांकती हैं क्षितिज सेउस वक्त घंटों बिताता हूं मैं ...अपने घर की छत पर ।लेकिन..मैं सूर्यास्त नहीं देखता ।मैं निहारता हूं ....घोंसले की ओर लौटती छोटी चिड़िया को ।किसी को जाते देखने से ज़्यादा सुकून देता हैं मुझे किसी को लौट कर आते हुए देखना । -
शाम के वक्त जब उजाला चल पड़ता हैं पश्चिम की ओर कुछ किरनें जब झांकती हैं क्षितिज सेउस वक्त घंटों बिताता हूं मैं ...अपने घर की छत पर ।लेकिन..मैं सूर्यास्त नहीं देखता ।मैं निहारता हूं ....घोंसले की ओर लौटती छोटी चिड़िया को ।किसी को जाते देखने से ज़्यादा सुकून देता हैं मुझे किसी को लौट कर आते हुए देखना ।
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चांद , तारा, आसमान नहीं....तुम किसी के लिए "धरती" बनना ।( Read in caption ) -
चांद , तारा, आसमान नहीं....तुम किसी के लिए "धरती" बनना ।( Read in caption )
रात के स्याह अंधेरे में टिमटिमाते तारों सीकुछ उम्मीदें चमकती हैं आंखों में मेरे.... -
रात के स्याह अंधेरे में टिमटिमाते तारों सीकुछ उम्मीदें चमकती हैं आंखों में मेरे....
मगर याद रखना तुम सपनें मत देखना.....(Read in caption) -
मगर याद रखना तुम सपनें मत देखना.....(Read in caption)
शहरों के सबसे पुराने इलाकेकभी "शहर" नहीं हो पाते...। -
शहरों के सबसे पुराने इलाकेकभी "शहर" नहीं हो पाते...।
बूढ़ा होता बरगद चाहता हैं ...शाखाओं से झूलते बच्चें..कभी "बड़े" ना हो । -
बूढ़ा होता बरगद चाहता हैं ...शाखाओं से झूलते बच्चें..कभी "बड़े" ना हो ।
इन पेड़ों ने जकड़े रखा हैं "ज़मीन "को ...नहीं तो धरती कब की दूर चली गई होती । -
इन पेड़ों ने जकड़े रखा हैं "ज़मीन "को ...नहीं तो धरती कब की दूर चली गई होती ।
युद्ध के बाद लोग भूल जाते हैं ढाल को...वो सोचते हैं 'तलवारे' उन्होंने तन पर झेली थी -
युद्ध के बाद लोग भूल जाते हैं ढाल को...वो सोचते हैं 'तलवारे' उन्होंने तन पर झेली थी
पर्वत को कठोर बनाता है ....नदियों के कभी लौट कर ना आने का गम ।समंदर को खारा बनाता हैं ....नदियों के कभी लौट कर ना जानें का गुरुर । -
पर्वत को कठोर बनाता है ....नदियों के कभी लौट कर ना आने का गम ।समंदर को खारा बनाता हैं ....नदियों के कभी लौट कर ना जानें का गुरुर ।
अब हवाओं के इशारों पर चले जा रहे हैं ....वो "पत्ते" जिन्हें टहनियाँ बोझ लगती थी । -
अब हवाओं के इशारों पर चले जा रहे हैं ....वो "पत्ते" जिन्हें टहनियाँ बोझ लगती थी ।