हर दर्जे से बड़ा है उसका दर्जा, वो हर अस्तित्व की कहानी है, बेटी है तो रहमत है, बहन है तो शराफ़त है, बीवी है तो चाहत है, माँ है तो जन्नत है, हर रूप में उसका स्वरूप, यही है नारी का अदभुत रूप।
जन्मों जनम की अरदास है, बेटी तो वो आशीर्वाद है, वो तो जन्म लेती है नसीब वालो के घर, अपने कुल से सजाती किसी और कुल की साज, जन्म लेती है बेटियां सिर्फ़ उनको घर द्वार, ख़ुदा ख़ुद बसता है जिनके घर द्वार, मिलता है सरताज़ सिर्फ़ उनको बेटियों का, समझें जो मूल्य बेटियों का आज।।
प्रज्वलित हो घर मे दिया, अदम्य विश्वास का वास हो, घर द्वार हो गणपति आपके, अंदर माँ लक्ष्मी का वास हो, बुराईयां सारी हटे सारे दुःख मिटे, दरिद्रता का नाश हो, रहे घर द्वार खुशियां आपके, सर पर हमेशा धन कुबेर का हाथ हो, करना रोशन उनका भी घर, जिनके घर अंधकार का वास हो, खुशियां जितनी भी मिले, बांट लेना तुम साथ इस दीवाली, हर दीवाली घर रोशन हो आपका, ऐसा ईष्ट पित्रो का आशीर्वाद रहे।
सँजोये प्यार धागे में देखो, बहन का दुलार आया है, एक भाई दूर है बहन दूर है, उस पार से उसका दुलार आया है, कही सुनी ना रहे मेरे भाई की कलाई, हर बहन का भाई को प्यार आया है, कैसा अनमोल बंधन है कलाई के धागें का, कि उम्र बढ़े कद बढ़े सलामत रहे जहान उसका, हर बहन की जुबा से भाई को ये प्यार आया है, ये बंधन नही है सिर्फ़ एक धागें का, रक्षाकवच के रूप में बहन का प्यार आया है, सलामत रहे हर बहन के भाई की कलाई, सलामती को रक्षाबंधन का त्यौहार आया है।
बड़ी बड़ी गलतियों पर माफ़ किया माँ ने, गलतियां क्या होती है ये तब नही जाना मैंने, इक छोटी सी गलती से मैं हाथ धो बैठा नौकरी से, असल मे गलतियां क्या होती है ये अब जाना मैंने! 😊माँ😊
दे कर दुआ मेरे अवतरण दिवस पर, जिन्होंने मेरा दिन बहुत ख़ास बनाया, शुक्रगुजार हूँ मैं उन सबका जिंदगी में, जिन्होंने मेरे जन्मदिन को ना भुलाया, दे कर दुआओं का हसीन तौफा मुझें, मेरी उम्र को फ़िर से बढ़ाया, करता हूँ दिल से शुक्रिया आप सभी का, मेरी ज़िंदगी मे होकर मेरे जन्मदिन को ख़ास बनाया।