मर तो वो कब का गयाबस! नब्ज़ आज बंद हुईं -
मर तो वो कब का गयाबस! नब्ज़ आज बंद हुईं
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हां पुण्यन कू महकावे कूहर जन कू सत्य बतावै कूपथ में दीपक थमवावे कूवर्णन कू श्वेत बनायेवे कू श्वेता धरती पै आई हैकछु करकै जे दिखवावे कू -
हां पुण्यन कू महकावे कूहर जन कू सत्य बतावै कूपथ में दीपक थमवावे कूवर्णन कू श्वेत बनायेवे कू श्वेता धरती पै आई हैकछु करकै जे दिखवावे कू
बहुत कठिन होता हैरक्त संबध ना होकर भीअपना हो जानाकठिन होता हैदूर रहकर भीपास रह जानाऔर अत्यंत सुखद हैअनीता विजयवर्गीय जी का"अनीता दी" हो जाना -
बहुत कठिन होता हैरक्त संबध ना होकर भीअपना हो जानाकठिन होता हैदूर रहकर भीपास रह जानाऔर अत्यंत सुखद हैअनीता विजयवर्गीय जी का"अनीता दी" हो जाना
कोहरा आता है,हमें परेशानियां महसूस होती हैं,हम उसे कोसने लगते हैंफिर एक दिन कोहराचला जाता हैहमेशा के लिए -
कोहरा आता है,हमें परेशानियां महसूस होती हैं,हम उसे कोसने लगते हैंफिर एक दिन कोहराचला जाता हैहमेशा के लिए
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आज अजुध्या में अरुण, स्वर्णिम रश्मि प्रसाररघुपति आवें वनन ते, जीवन कूं मिल्यौ सार -
आज अजुध्या में अरुण, स्वर्णिम रश्मि प्रसाररघुपति आवें वनन ते, जीवन कूं मिल्यौ सार
अच्छा दिखना हैलेकिन पहले बनना है -
अच्छा दिखना हैलेकिन पहले बनना है
पहले काम निकल जाने दोफिर लोगों को जाने दो -
पहले काम निकल जाने दोफिर लोगों को जाने दो
फिर आखिर में हमें येसमझना ही होगा कि..सबकी अपनी फितरतें हैं,अपनी ख्वाहिशें, अपनी तहजीबेंऔर अपनी मजबूरियां -
फिर आखिर में हमें येसमझना ही होगा कि..सबकी अपनी फितरतें हैं,अपनी ख्वाहिशें, अपनी तहजीबेंऔर अपनी मजबूरियां