कुछ रोज वो न आमने सामने हुएलगा ऐसे की उनसे मिले जमाने हुएहर रोज तरसते हैं उनके दीदार को की हम उनके इंतजार में दीवाने हुए -
कुछ रोज वो न आमने सामने हुएलगा ऐसे की उनसे मिले जमाने हुएहर रोज तरसते हैं उनके दीदार को की हम उनके इंतजार में दीवाने हुए
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हमे ईद का चांद नजर आ रहा हैऔर हम मुस्कराते जा रहे हैं क्युकी इसमें चेहरा नजर तुम्हारा आ रहा है -
हमे ईद का चांद नजर आ रहा हैऔर हम मुस्कराते जा रहे हैं क्युकी इसमें चेहरा नजर तुम्हारा आ रहा है
हुई है एक मुद्दत के बाद दुआ कुबूल मेरी की आयी है नजर बड़े दिनों बाद सूरत तेरी i -
हुई है एक मुद्दत के बाद दुआ कुबूल मेरी की आयी है नजर बड़े दिनों बाद सूरत तेरी i
हो गया मुक्कमल मेरा रोजा रोज रोज के इंतजार सेहुई मुक्कमल इफ्तार भी मेरी आज उसके दीदार से -
हो गया मुक्कमल मेरा रोजा रोज रोज के इंतजार सेहुई मुक्कमल इफ्तार भी मेरी आज उसके दीदार से
एक अरसे से ये आँखें रोजा रखतीं आ रहीं हैं की अब तेरे दीदार से ही ये इफ्तार चाहतीं हैं -
एक अरसे से ये आँखें रोजा रखतीं आ रहीं हैं की अब तेरे दीदार से ही ये इफ्तार चाहतीं हैं
शुरुआत करते हैं दिन की जिसकी तस्वीर देखकरहम करते हैं अभिवादन उसको अपना सलाम भेजकर -
शुरुआत करते हैं दिन की जिसकी तस्वीर देखकरहम करते हैं अभिवादन उसको अपना सलाम भेजकर
वो, खुश रहें, हमेशा- खुदा से, ये फ़रियाद करते हैंकरें वो सलाम कुबूल जिन्हें हर पल हम याद करते हैं -
वो, खुश रहें, हमेशा- खुदा से, ये फ़रियाद करते हैंकरें वो सलाम कुबूल जिन्हें हर पल हम याद करते हैं
इससे पहले कि वो खुद को अपने काम में मशगूल करेंहै गुजारिश उनसे वो हमारा सलाम कुबूल करें -
इससे पहले कि वो खुद को अपने काम में मशगूल करेंहै गुजारिश उनसे वो हमारा सलाम कुबूल करें
जिंदगी चलती है कुछ उसूलों के साथहै प्रातः वंदन आपको इन प्यारे से फ़ूलों के साथ -
जिंदगी चलती है कुछ उसूलों के साथहै प्रातः वंदन आपको इन प्यारे से फ़ूलों के साथ