में भी 🙄महब्बत करना ❤️चाहूंगा उसे गुलावी 💃साडी मे देख 👀उस पर पगल की😇 तरह मरना चाहूग🫢 अगर साडी ना भी 😉 पहननी आती हो उसको😌 तब तो मे उसे खुट 😉अपने हाथो से 🤩 सजाऊंगा में कुछ ऐसी ही बे🫢 फिक्री वाली महब्बत करना 🤩चाहुगा😍
मेरी जिन्दगी मे 🧐अभी तुम्हारा आना बाकी😑 है। मुझे तुम्हे मोहब्बत❤️ सिखाना बाकी है।😞 मे लिख देता✍️ हु मोहब्बत मैं बहुत🙈 कुछ अभी मुझे वो सब 😟कुछ ,तुमको😒 सुनाना बाकी है। ☹️
मेरी नीद😴 का समुन्दर 💦भी खो जाता है!🧐 मेरा तकिया 👁️🗨️भी मुझे यु अकला देख रो जाता है।🥹 गुजर जाता 🌖है ये लम्हे कुछ ऐसे ही , पता ही नहीं चलता😓 कि कब सबेरा 🌞हो जाता है।😔
मेरी हर दुआ आसमान से तकरा कर लोट आती है ये तनहाई अब मुझे हर रोज सताती है। कैसे करू मे अपना हाल ए दिल बया अब तो मेरी कलम भी महोबत में लिखते लिखते रुक जाती है।
हम दोनों में मोहब्बत का एतबार हो जाता तेरे दिल में , ओर मेरे दिल में, प्यार का नशा छा जाता शायद यू कट्टी नहीं जिंदगी तन्हाई में अगर हम दोनों को पहली मुलाकात में एतबार करना आ जाता