बदले बदले से सुरूर हैं,ना जाने किस बात का गुरूर है।जिनकी सुबह होती थी कभी हमारे नाम से,वो आज हमसे कोसो दूर हैं। -
बदले बदले से सुरूर हैं,ना जाने किस बात का गुरूर है।जिनकी सुबह होती थी कभी हमारे नाम से,वो आज हमसे कोसो दूर हैं।
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हर रोज़ यही उम्मीद रहती है कि आज कुछ अच्छा होगा,पर ये जिन्दगी दिन-ब-दिन मुश्किल होती जा रही है।हर ढलते हए सुर्य के साथ उम्मीदों का भी अस्त हो रहा है। -
हर रोज़ यही उम्मीद रहती है कि आज कुछ अच्छा होगा,पर ये जिन्दगी दिन-ब-दिन मुश्किल होती जा रही है।हर ढलते हए सुर्य के साथ उम्मीदों का भी अस्त हो रहा है।
उनसे मोहब्बत को क्या ही नाम दें,ना तो मुकम्मल हो पा रही है, और ना ही नाकामयाब... -
उनसे मोहब्बत को क्या ही नाम दें,ना तो मुकम्मल हो पा रही है, और ना ही नाकामयाब...
उनका इंतजार करते करते,हम तो क्या घड़ी भी थक गयी है। -
उनका इंतजार करते करते,हम तो क्या घड़ी भी थक गयी है।
अगर वो कहें तो मैं अपनी आंखें भी दे दूँ,मगर वो तो हमारी आंखों के ख्वाब ही मांग बैठे। -
अगर वो कहें तो मैं अपनी आंखें भी दे दूँ,मगर वो तो हमारी आंखों के ख्वाब ही मांग बैठे।
सुकून = वृंदावन धाम -
सुकून = वृंदावन धाम
हमने तो उनसे झगड़ना भी बंद कर दिया,फिर भी वो हमारी नाराजगी नहीं समझ पा रहे😥😔 -
हमने तो उनसे झगड़ना भी बंद कर दिया,फिर भी वो हमारी नाराजगी नहीं समझ पा रहे😥😔
कुछ रिश्ते...उस मोड़ पर आ गए हैं कुछ रिश्ते,जहां पर ना तो लोग साथ दे रहे हैं,और ना ही साथ छोड़ रहें हैं। -
कुछ रिश्ते...उस मोड़ पर आ गए हैं कुछ रिश्ते,जहां पर ना तो लोग साथ दे रहे हैं,और ना ही साथ छोड़ रहें हैं।
हम से अच्छी जिंदगी तो खिलौनों की है,कम से कम लोग उन्हें प्यार तो देते हैं और संभालकर अपने पास रखते हैं। -
हम से अच्छी जिंदगी तो खिलौनों की है,कम से कम लोग उन्हें प्यार तो देते हैं और संभालकर अपने पास रखते हैं।
ना जाने क्यूं लोग दूसरों पर हंसते हैं,अगर हंसना ही है तो किसी के साथ हंसिये,क्युंकि किसी को छोटी सी खुशी देकर भीमन को बहुत सुकून मिलता है। -
ना जाने क्यूं लोग दूसरों पर हंसते हैं,अगर हंसना ही है तो किसी के साथ हंसिये,क्युंकि किसी को छोटी सी खुशी देकर भीमन को बहुत सुकून मिलता है।