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#I write when my thoughts whisper me to #
Joined 31 May 2020


#I write when my thoughts whisper me to #
Joined 31 May 2020
31 MAR AT 16:39

Finally time to let go of all past strings

Solo travel on weekends

Don't meet much. Spend time with yourself

Be Kind. Be Human.

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22 MAR AT 0:08

A father's emotion for his just born baby daughter:

आज मुझे मेरे हाथों में जन्नत मिली है

लोग बेटा मांगते हैं मुझे बेटी मिली है

मां के जाने के बाद उसकी आवाज़ को तरसता था मैं

आज बिटिया की खिलखिलाहट में मुझे मां की लोरी सुनाई दी है ❤️❤️

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14 MAR AT 20:59

उसके चेहरे को मैंने इस कदर अपने ज़ेहन से मिटा दिया है

मैंने खुद से भी मुलाकात करना छोड़ दिया है

वो कहती थी तुम्हारी बाहों में मुझे सुकून मिलता है

मैंने खुद को भी गले लगाना छोड़ दिया है

इस बार एक ऐसा सबक सीखा है

उसके नाम के लोगों से भी मिलना छोड़ दिया है।।

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5 MAR AT 17:34

A well wished farewell is always a quiet and peaceful one. You just slip away quietly. Without being noticed. Remove it from your mind that you will be missed. Focus on yourself. You deserve peace. Go underground. Work on yourself!!

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25 FEB AT 18:07

दिल बेचारा दौलत के आगे हार गया

अमीरी का रुतबा गरीब की ख्वाहिशें मार गया

जिसने भी कहा है मोहब्बत और जंग में सब जायज़ है

उसे क्या बताएं इस ज़माने में ऐसा सोचना भी नाजायज है 😅

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6 FEB AT 3:34

गरीबों के लिए मोहब्बत लफ्ज़ भी ज़हर है जनाब

मेरी शायरी में तुम्हें उसकी महक आती नहीं ??

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4 FEB AT 16:04

दो पल कोई प्यार से बिता ले मेरे साथ
मुझे इससे ज़्यादा की उम्मीद ही नहीं

मौसम बदलते रहते हैं मेरी खिड़की के बाहर
मुझे अब बारिश में भीगने का शौक ही नहीं

कलम की श्याही सुखी जा रही है
मुझे डायरी लिखने का अब शौक ही नहीं

तेरे साथ जीता तो सौ दफा मरता
मुझे अकेले जीने का गम ही नहीं ।।




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26 JAN AT 2:19

जिनके कंधों पे बोझ हो उन्हें गिराया नहीं करते

जिनके टूटे हों दिल उन्हें रुलाया नहीं करते

गरीब की गरीबी का फायदा लेने वालों याद रहे

ईश्वर को बेवजह सताया नहीं करते।।

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17 JAN AT 0:13

एक अर्से से जो कैद थे मेरे ज़हन में

उसके ख़यालों को आज मैंने आज़ाद कर दिया !

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16 JAN AT 0:26

किसी के हिस्से में मक़ान आया किसी के हिस्से में दुकान आई

मैं घर में सबसे छोटा था मेरे हिस्से में मां आई

- मुन्नवर राना

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