तेरे तल्ख लहज़े से सबब दूरियों का बन गया फैज़लके एहसास ज़िंदा रहा पर एक रिश्ते की मौत हो गयी -
तेरे तल्ख लहज़े से सबब दूरियों का बन गया फैज़लके एहसास ज़िंदा रहा पर एक रिश्ते की मौत हो गयी
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लिख सकूँ तुझको इतना वक़्त नहीं मिलाजितना तुझे महसूस किया उतना लिख दिया -
लिख सकूँ तुझको इतना वक़्त नहीं मिलाजितना तुझे महसूस किया उतना लिख दिया
इरादों में उनके दूरियाँ थी दिल से कुछ नहीं होतामैंने वक़्त मांगना छोड़ दिया एक वक़्त के बाद -
इरादों में उनके दूरियाँ थी दिल से कुछ नहीं होतामैंने वक़्त मांगना छोड़ दिया एक वक़्त के बाद
मैथ्स फिजिक्स केमिस्ट्री सब तो पढ़ा है फैज़लज़िंदगी ना जाने किस किताब के सवाल करती है -
मैथ्स फिजिक्स केमिस्ट्री सब तो पढ़ा है फैज़लज़िंदगी ना जाने किस किताब के सवाल करती है
किसी के ज़ख़्म पर चाहत से पट्टी कौन बांधेगाअगर बहनें नहीं होंगी तो राखी कौन बांधेगा"मुनव्वर राणा जी" -
किसी के ज़ख़्म पर चाहत से पट्टी कौन बांधेगाअगर बहनें नहीं होंगी तो राखी कौन बांधेगा"मुनव्वर राणा जी"
मोहब्बत चाहे ना हो साफ़ चेहरे से मगरअब काले दिल वालों की गुन्जाइश् नहीं -
मोहब्बत चाहे ना हो साफ़ चेहरे से मगरअब काले दिल वालों की गुन्जाइश् नहीं
अब कब्रिस्तान बन गया है ये दिल फैज़लना जाने कितने दफ़न एहसास कर लिए -
अब कब्रिस्तान बन गया है ये दिल फैज़लना जाने कितने दफ़न एहसास कर लिए
अब इलज़ाम भी लगेगी आवारगी केवक़्त ए जवानी में ये भी होगा फैज़ल -
अब इलज़ाम भी लगेगी आवारगी केवक़्त ए जवानी में ये भी होगा फैज़ल
मुद्दतों बाद मयस्सर हुआ माँ का आंचलमुद्दतों बाद हमें नींद सुहानी आई -
मुद्दतों बाद मयस्सर हुआ माँ का आंचलमुद्दतों बाद हमें नींद सुहानी आई
ज़रूरत के हिसाब से कोई याद करे तुमकोइसे बेहतर है फैज़ल कि किनारा कर लो -
ज़रूरत के हिसाब से कोई याद करे तुमकोइसे बेहतर है फैज़ल कि किनारा कर लो