कितना अजीब है ,दुनिया में कुछ ही लोगों कोअपने प्रेमी का हाथ पकड़ेचलते लड़के - लड़कियांचरित्रहीन नहीं लगतेकितना अजीब हैकुछ ही लोग... -
कितना अजीब है ,दुनिया में कुछ ही लोगों कोअपने प्रेमी का हाथ पकड़ेचलते लड़के - लड़कियांचरित्रहीन नहीं लगतेकितना अजीब हैकुछ ही लोग...
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दिल करता है , इन आंखों को अब दबोच लूं दिल तो ये करता है, की दिल को घर से ही निकाल दूं -
दिल करता है , इन आंखों को अब दबोच लूं दिल तो ये करता है, की दिल को घर से ही निकाल दूं
<< - >>मंदिर के सामने एक बस्ती रहती हैआने जाने वालों को तकती रहती हैमंदिर में तो सोना ही सोना हैबस्ती वालों को तो भूखा ही सोना हैखबर है हर बेखबर को भीहस्ती का रस्ता बस्ती से है गुजराकांड करके गंगा घाट चले हैंघर का पता नहीं केदारनाथ चले हैं -
<< - >>मंदिर के सामने एक बस्ती रहती हैआने जाने वालों को तकती रहती हैमंदिर में तो सोना ही सोना हैबस्ती वालों को तो भूखा ही सोना हैखबर है हर बेखबर को भीहस्ती का रस्ता बस्ती से है गुजराकांड करके गंगा घाट चले हैंघर का पता नहीं केदारनाथ चले हैं
उसके लिए मैं पुराना हूंवो मुझे रोज़ नया लगता हैं -
उसके लिए मैं पुराना हूंवो मुझे रोज़ नया लगता हैं
एक कली के लिए हमनेकितने फूल विसर्जन कर दिएएक तीखीं मिर्ची के लिएकितने जामुन राह में छोड़ आए हैं -
एक कली के लिए हमनेकितने फूल विसर्जन कर दिएएक तीखीं मिर्ची के लिएकितने जामुन राह में छोड़ आए हैं
उससे शिकायतें बोहोत थीमगर उससे भी जरुरी वो थीं -
उससे शिकायतें बोहोत थीमगर उससे भी जरुरी वो थीं
हजारों ख़्वाब संजोए हुए थेउम्र बढ़ती गई, कम होते गए -
हजारों ख़्वाब संजोए हुए थेउम्र बढ़ती गई, कम होते गए
उससे कौन प्यार करेगाजो प्यार में हारा हों...कौन खड़ा होगा उसके साथजिसका साथ सबने छोड़ा हो -
उससे कौन प्यार करेगाजो प्यार में हारा हों...कौन खड़ा होगा उसके साथजिसका साथ सबने छोड़ा हो
अब जो नहीं है तुमसे कोई वास्ताफिर भी टूटते तारे से वही दुआ कर बैठा -
अब जो नहीं है तुमसे कोई वास्ताफिर भी टूटते तारे से वही दुआ कर बैठा
लो अब जो हार गया हूं मैं मेरी नींदमेरा चैन अब तो अब तो लौटा दो मुझेक्यों आतें हों ख्वाबों में यादें बन करअब मुर्दों को भी मारोगे क्या । -
लो अब जो हार गया हूं मैं मेरी नींदमेरा चैन अब तो अब तो लौटा दो मुझेक्यों आतें हों ख्वाबों में यादें बन करअब मुर्दों को भी मारोगे क्या ।