हमारे देश के प्यारे युवावों
फ़ेसबुक ,इंस्टा, व्हाट्सएप
तो बाद में भी देखा जा सकता है
और पढ़ाई भी बादमें हो सकती है
लेकिन जो संकट भविष्य में देश के किसानों
के अस्तित्व पर आ सकता है
उसपर अभी ही कोई ठोस कदम उठाए नहीं गए तो
अपने हि बच्चे अपने ही जमीन पर विदेशियों कि कंपनियों
में अपनी चप्पल के साथ अपनी अकल को भी
घिसते हुए नजर आ सकते है
उठो ,जागो एक नज़र हमारे किसान आंदोलन पर फेर दो
जय जवान ,जय किसान
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