थोड़ा-सा स्नेह
हमारी इच्छा थी
-खाने की
-खिलौनो की
-पढने की
-नए कपड़ो की
और सबसे महत्वपूर्ण
जो इन सभी से परे है
"माता-पिता का स्नेह"
और जब बात स्नेह की आती है
तब मैं मानती हूँ
-खाने मे माँ का प्यार
-खिलौनो के साथ मिलकर खेलना
-पढ़ने मे पिता की डाँट
-नए कपड़ो के लिए रूपये बचाना
इन सबके अलावा सभी
चीज़ो की प्राप्ति है ।
-