नेह लगाए बैठे हैंज़रा इशारा तो करेबेमन से बैठे हैंआना तो बातों की गठरी लेकर आना कितनी सारी बातें दिल में लिए बैठे हैं -
नेह लगाए बैठे हैंज़रा इशारा तो करेबेमन से बैठे हैंआना तो बातों की गठरी लेकर आना कितनी सारी बातें दिल में लिए बैठे हैं
-
कद काठी का अंतर हो भलेबुद्धि का मेल नहीं होता एक सरल उदाहरण हम सभी के बचपन की कहानी -
कद काठी का अंतर हो भलेबुद्धि का मेल नहीं होता एक सरल उदाहरण हम सभी के बचपन की कहानी
Smile बोलने में कितना छोटा शब्द है इसकी कीमत बहुत चुकानी पड़ती है -
Smile बोलने में कितना छोटा शब्द है इसकी कीमत बहुत चुकानी पड़ती है
जितना भरे रहिएगा उतना भारी मन रहेगाऔर भारी मन कभी भला नहीं होता -
जितना भरे रहिएगा उतना भारी मन रहेगाऔर भारी मन कभी भला नहीं होता
तब भी अकेले ही संघर्ष में लगे थेअब भी अकेले ही संघर्ष कर रहे हैं -
तब भी अकेले ही संघर्ष में लगे थेअब भी अकेले ही संघर्ष कर रहे हैं
मौन में जो शोर हैवही अब चारों ओर है -
मौन में जो शोर हैवही अब चारों ओर है
उम्मीद न करना इस ज़माने से कोई नहीं अपना अपने आशियाने मेंखुद ही गिरना खुद ही संभालनाइतना हुनर बरकरार रखना -
उम्मीद न करना इस ज़माने से कोई नहीं अपना अपने आशियाने मेंखुद ही गिरना खुद ही संभालनाइतना हुनर बरकरार रखना
मगर अब झूठ के बिनाकोई चलता कहाँ है -
मगर अब झूठ के बिनाकोई चलता कहाँ है
सुख त्यागना पड़ता है रुकावटे जो राहों पर आए उनसे लड़ना पड़ता है हिम्मत से आगे बढ़ते रहे तो जीत निश्चित है वरना हार मान लिया तो वहीं हार है -
सुख त्यागना पड़ता है रुकावटे जो राहों पर आए उनसे लड़ना पड़ता है हिम्मत से आगे बढ़ते रहे तो जीत निश्चित है वरना हार मान लिया तो वहीं हार है
बह निकले हज़ार आँसू मगरकम नहीं होता है गमकैसे संभालूँ कोशिश सारी व्यर्थ जा रहीन चाहो फ़िर भी आँसू छलक रहीये नदी है या बाढ़ है जो बहती चली जा रही भीतर समंदर है समाया क्या ख़त्म ही न हो रही -
बह निकले हज़ार आँसू मगरकम नहीं होता है गमकैसे संभालूँ कोशिश सारी व्यर्थ जा रहीन चाहो फ़िर भी आँसू छलक रहीये नदी है या बाढ़ है जो बहती चली जा रही भीतर समंदर है समाया क्या ख़त्म ही न हो रही