कोई शबरी खिलाए तो वो
जूठे बेर खा जाए ।
कोई साथी हो संकट में तो
वो बाली से टकराए ।
कोई आए शरण में तो
उसे लंकेश बनवाए ।
वो जिसके नाम का पत्थर
समंदर पार कर जाए।
वो जिसके दम से,
तीनों लोक में संध्या-सवेरे हैं।
वही श्रीराम तेरे हैं।
वहीं श्रीराम मेरे हैं ॥❤️🙏
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