जिनको घाव के भी स्वाद आने लगे उनको दवाई कहा पसंद आती है ।।जिस कलम ने क्रांति चख लीवो कलम भी भला कहीं खरीदी जाती है ।। -
जिनको घाव के भी स्वाद आने लगे उनको दवाई कहा पसंद आती है ।।जिस कलम ने क्रांति चख लीवो कलम भी भला कहीं खरीदी जाती है ।।
-
कंधे पे बैठ कन्धा काटोगे लाख उड लोअंत में धूल ही चाटोगे । -
कंधे पे बैठ कन्धा काटोगे लाख उड लोअंत में धूल ही चाटोगे ।
Nobody has believed in religion "enough" to make it real. -
Nobody has believed in religion "enough" to make it real.
- अग्नि लेख -
- अग्नि लेख
हिमालय एक दिन में नहीं बना था ।तो फिर तुम कैसे बन जाओगे । -
हिमालय एक दिन में नहीं बना था ।तो फिर तुम कैसे बन जाओगे ।
एक वही था जो जिंदा था ,बाकी सब तो मर चुके हैं ,जिस्म से रूह तक सड़ चुके थे।एक वही था जो रूह कमाता था ,बाकी सब तो जिस्म के व्यापार में,कौड़ियों के भाव बिक चुके हैं । -
एक वही था जो जिंदा था ,बाकी सब तो मर चुके हैं ,जिस्म से रूह तक सड़ चुके थे।एक वही था जो रूह कमाता था ,बाकी सब तो जिस्म के व्यापार में,कौड़ियों के भाव बिक चुके हैं ।
The candle of hope is dying out .Mind is full of stupid thoughts.My efforts seemsto be a blunder .There is a voice which keeps saying "surrender".Full piece in Caption 👇 -
The candle of hope is dying out .Mind is full of stupid thoughts.My efforts seemsto be a blunder .There is a voice which keeps saying "surrender".Full piece in Caption 👇
RAM ( राम ) -
RAM ( राम )
टूट गया अगर तो "मनोबल" किस काम का ,हार गया खुद से तो "आदमी" बस नाम का । कर्म करता जा जीवन जी जाएगा , जीते जी क्या , मरणोपरांत भी नाम ही कमाएगा । -
टूट गया अगर तो "मनोबल" किस काम का ,हार गया खुद से तो "आदमी" बस नाम का । कर्म करता जा जीवन जी जाएगा , जीते जी क्या , मरणोपरांत भी नाम ही कमाएगा ।