Happy birthdayto the personwho makes my life complete ❤️ -
Happy birthdayto the personwho makes my life complete ❤️
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वक्त थे हर किसीके हक मेंमेरे हिस्से में बस कुछ बहाने आए सपने रहे बेशुमार मगर मेरे तकदीर में टूटे ख्वाब आएउजागर रहे पूरे रात बेशकनजर शहर को बस पुराने इमारत आए -
वक्त थे हर किसीके हक मेंमेरे हिस्से में बस कुछ बहाने आए सपने रहे बेशुमार मगर मेरे तकदीर में टूटे ख्वाब आएउजागर रहे पूरे रात बेशकनजर शहर को बस पुराने इमारत आए
ये मगरुर शाम , ये शांत सा चांद ये बेसब्र इंतजार , ये पहला सा जाम ये हल्की सी मुस्कान , ये सर्द सी आहत ,ये हकीकत सी ख़्वाब , ये मगरुर सी शाम -
ये मगरुर शाम , ये शांत सा चांद ये बेसब्र इंतजार , ये पहला सा जाम ये हल्की सी मुस्कान , ये सर्द सी आहत ,ये हकीकत सी ख़्वाब , ये मगरुर सी शाम
Terii fuzzii ❤️Merii jaaan💙 -
Terii fuzzii ❤️Merii jaaan💙
कुछ ख़ामोशी सुनो इनमे दफन हजार लफ्ज़ मिलेंगेकई पुराने कई नए तुम्हारे मनचाहा हर एक शब्द मिलेंगेयू तो मिले होंगे हमसे पर खामोशी में उतरो, एक नायाब हम दिखेंगेइज़हार नहीं करते हम ये इश्क ?ख़ामोशी में ढूंढो , तुम्हारे शब्दो के परछाई दिखेंगे -
कुछ ख़ामोशी सुनो इनमे दफन हजार लफ्ज़ मिलेंगेकई पुराने कई नए तुम्हारे मनचाहा हर एक शब्द मिलेंगेयू तो मिले होंगे हमसे पर खामोशी में उतरो, एक नायाब हम दिखेंगेइज़हार नहीं करते हम ये इश्क ?ख़ामोशी में ढूंढो , तुम्हारे शब्दो के परछाई दिखेंगे
Happy birthday merii jaaan 🤗❤️ -
Happy birthday merii jaaan 🤗❤️
था पता कहा ये प्रेम, यूं तेरा आना सब सिखा गया हर एक चुप्पी तेरी , कईं जिक्र को पिछे छोड़ गया -
था पता कहा ये प्रेम, यूं तेरा आना सब सिखा गया हर एक चुप्पी तेरी , कईं जिक्र को पिछे छोड़ गया
इश्क़ लिखूं या सुकून लिखूंचुनने लगू मनचाहा अल्फाजया सिर्फ तेरा नाम लिखूं । -
इश्क़ लिखूं या सुकून लिखूंचुनने लगू मनचाहा अल्फाजया सिर्फ तेरा नाम लिखूं ।
एक खयाल , एक सुकून एक तेरा होना और मेरा गुरुर -
एक खयाल , एक सुकून एक तेरा होना और मेरा गुरुर
तुझे लिखने बैठती हूं , बस तेरी हो जाती हूंहर शब्द में नायाब तू ,मानो बरसो से तुझे लिखती आई हू....हर बेरुखी को मिटा के , बस तुझे सुनाने नहीं , कुछ सुनने आई हूतुझपे खुदको रोक सकू , कहीअनकहे अरमानों को तुझ तकपोहचाने आई हू...— % & -
तुझे लिखने बैठती हूं , बस तेरी हो जाती हूंहर शब्द में नायाब तू ,मानो बरसो से तुझे लिखती आई हू....हर बेरुखी को मिटा के , बस तुझे सुनाने नहीं , कुछ सुनने आई हूतुझपे खुदको रोक सकू , कहीअनकहे अरमानों को तुझ तकपोहचाने आई हू...— % &