Awanish Gautam   (Awaniश)
113 Followers · 63 Following

किसी ने कहा है... कि बस लिखते रहना...

I'm on Instagram as @awanish.gautam
Joined 31 March 2018


किसी ने कहा है... कि बस लिखते रहना...

I'm on Instagram as @awanish.gautam
Joined 31 March 2018
17 APR AT 16:08

मेरी कहानियों में, मेरे क़िरदार के सिवा कुछ भी नहीं...
मेरे सवाल, मेरे जवाब, मेरे जज़्बातों के सिवा कुछ भी नहीं...
मैं आख़िरी वक्त तक इंतजार में रहता हूं कि सब ठीक होगा...
पर अब लगता है, ये इक भ्रम के सिवा कुछ भी नहीं...

मेरे जज़्बात घुट रहें हैं, मेरे ही अल्फाजों में,
मेरे पास अब लिखने के सिवा कुछ भी नहीं...
मुझे भी तो चाहिए सुकून थोड़ा सा बस,
ये भी एक वहम के सिवा कुछ भी नहीं...

-


22 FEB AT 21:30

इक रोज़ अकेले पड़ जाओगे

जब सब आगे बढ़ जायेंगे,
जब सब आकर इठलायेंगे,
तुम खुद को खुद ही कोसोगे,
उस दिन तुम सबसे रूठोगे...
छूटेगा साथ भी अपनो का,
टूटेगा सपना अपनो का,
हर आंख भी तुमको घूरेगी,
हर बात काटने दौड़ेगी...
हर बात चुभेगी अपनो की,
तब आग लगेगी सपनों की,
सब यार भी तुमसे छूटेंगे,
हर वादे छन से टूटेंगे...
तुम क्या करोगे टूटे वादों का?
क्या करोगे टूटे सपनो का?
सब अंदर ही अंदर खाते जायेंगे
इक रोज अकेले पड़ जायेंगे...
💔✍️

-


29 SEP 2023 AT 7:45

इक थकान जो महसूस हो रही कब से...
इक सुकून जिसकी तलाश है कब से...
इक वहम जो पाल रखा है मैनें...
इक उम्मींद जिससे बंधा हूं कब से...

इक वो है जो चिराग है मेरा...
इक वो है जो मशाल है मेरा...
इक वो भी है जो सुकून बनती है मेरी...
इक वो है जो जान है मेरा...

ये सब ही तो उम्मींद की किरन बनते हैं...
ये सब ही तो मुस्कुराने की वजह बनते हैं...
इक यही तो हैं जिन्हें विश्वास है मुझपे...
इक यही तो हैं जिन्हें आस है मुझसे...

तो कैसे भाग जाऊं इस जिंदगी के रण से...
तो कैसे ना बचाऊं सबको इस विघ्न से...
मैं तो अब प्रतिबद्ध हूं अपनी ही बात से...
मैं तो जीत जाऊंगा अपनो के बस साथ से...

फिर से उठ चला हूं सब धूल झाड़ अपने...
फिर से बढ़ चला हूं मैं जिंदगी में अपने...
अब तो मशाल लेके सब बढ़ चले हैं अपने...
सपनों को पाने की इक और कोशिश करने...

ऐसे ही कहानी ये बढ़ती चली जायेगी...
ये कहानी फिर कभी इतिहास बन जायेगी...
जब तुम देखोगे कभी मुड़ कर पीछे अपने...
आंसू, मुस्कुराहट, सुकून सब पाओगे इसमें...
!! विराम !!

-


9 JUN 2023 AT 22:06

चंद सुकून की तलाश में भटका हूं कई दफा...
अब लगता है ये भटकाव का आखिरी पड़ाव है...

-


27 MAY 2023 AT 19:51

तू सब कुछ बताया कर,मुझे अच्छा लगता है...
कभी अपना जताया कर, मुझे अच्छा लगता है...
आता है सुकून, जब तू पास रहती है मेरे ...
हमेशा मुस्कुराया कर, मुझे अच्छा लगता है...
तुझसे मिलना चाहता हूं, हर रोज मैं...
बस तू गले लगाया कर, मुझे अच्छा लगता है...
तेरे हाथों को पकड़ कर तेरा पूरा शहर घूमू मैं...
तू मेरा सुकून बन जाया कर, मुझे अच्छा लगता है...
आजकल कुछ अच्छे रिश्ते रहे नहीं अपने...
कोई बात नहीं...
तू बस खुश रहा कर....मुझे अच्छा लगता है...❤️🫂

-


7 APR 2023 AT 0:28

तुम्हें पता है...मैं कुछ लिखना चाहता हूं तुमपे ,कुछ खास... बहुत खास ,पर तुम्हारी ये सुंदरता ,शालीनता ,निर्मलता देखके मेरे शब्द थोड़े कम से पड़ जाते हैं... मेरे कलम शब्दों की तलाश में ठहर से जातें हैं...तुम्हे देख कर...
मेरे जेहन में तुम्हारी एक अलग तस्वीरों का भंडार सा हो चला है... और उसमे से कोई एक अच्छी तस्वीर निकालना बड़ा मुश्किल काम होता है मेरे लिए...ऐसा लगता है किसी एक को चुनकर कहीं दूसरे तस्वीर की तौहीन न कर दूं ...
मैं बस देखता हूं तस्वीरों में तुमको, खोजता हूं अपना सुकून उसमे, कल्पना करता हूं दोनो के साथ में होने का, हाथ को पकड़कर बस चले जाने का, बिन डर के सबसे लड़ जाने का...आखिर में तुम्हे पा के सब कुछ पा जाने का...
और ये मेरी कल्पनाएं मुझे तुम्हारे करीब लाती हैं हर दफा, महसूस कराती हैं तुम्हारे होने का, तुम्हारे मेरे लिए प्यार का, अहसास का, सुकून का...
और मैं हर रोज मेहनत बढ़ा लेता हूं तुम्हें पाने के लिए...साथ में सारी उमर बिताने के लिए...तुम्हारे साथ जिंदगी जी लेने के लिए...❤️

-


29 MAR 2023 AT 15:32

बस इतना ही बेफिक्र होकर सोना है तेरे कंधों पर...

-


24 MAR 2023 AT 19:47

मैंने कुछ लिखा है तुम पर, किसी रोज सुनाऊंगा तुमको...
जब हम मिलेंगे तुमसे, सब कुछ दिखाऊंगा तुमको...
तेरी हँसी,तेरी मुस्कान, तेरा गुस्सा, तेरे तेवर,सब मौजूद हैं उसमें...
तू मिल कभी, तुझसे से ही मिलाऊंगा तुमको.
तुझे लगता है सब खत्म सा हो गया ,तेरा अपना अब कोई नहीं...
मैं बस इंतजार में हूं तेरे हां का, उस रोज अपना बनाऊंगा तुमको...
मैंने संजोए हैं तेरी अच्छी यादों को ,जो तू भूल चुकी है...
अपनी आंखों से इक दिन सब कुछ दिखाऊंगा तुमको...
मुझे पता है की कुछ दिन तुम्हारे अच्छे नहीं गुजरे...
हर रोज़ अच्छी यादों से सजाऊंगा तुमको...
मेरी बेकरारियां अब बढ़ती जा रही हैं तेरी याद में...
सबके नजरों से एक दिन चुराऊंगा तुमको...❤️

-


22 MAR 2023 AT 23:49

लिखने को कुछ भी लिख सकता हूं मैं...
तुम्हारे सोच से भी ज्यादा कर सकता हूं मैं...
तुम करती नहीं अब पहले जैसी बातें मुझसे...
खुद से ज्यादा अब भी तेरा हो सकता हूं मैं...

-


22 MAR 2023 AT 23:36

तेरे शहर हर बार आना जरूरी है क्या?
तेरा हर बार मुझे छोड़ जाना जरूरी है क्या?
तुझे लगता है हर बार ऐसा ही करूंगा मैं...?
अब ऐसा हर बार हो मुझसे ,जरूरी है क्या?
इक बार मुझसे तू वैसे ही मिल, पहली बार की तरह
हर दफा गुस्सा करना, रूठना–मनाना, जरूरी है क्या
किसी रोज तू चल मेरे साथ, बस मेरा हाथ पकड़ के...
अब होटों से हर बात कहूं तूझसे, जरूरी है क्या...

बस जरूरी है खुश रहना, मेरे साथ या किसी और के...
मेरे लिए खुद को खो देना अब जरूरी नहीं...
मुझे आज़ाद कर तू बस अपनी यादों से अब...
बात रखने के लिए ,अब बात करना जरूरी नहीं...

-


Fetching Awanish Gautam Quotes