दोस्तों पे क्या ही लिखू मैं,सब एक से बढ़ कर एक है,घरवालों के सामने शरीफ है वो,चर्चे जिनके मशहूर है जामाने में। -
दोस्तों पे क्या ही लिखू मैं,सब एक से बढ़ कर एक है,घरवालों के सामने शरीफ है वो,चर्चे जिनके मशहूर है जामाने में।
-
लिखावट की मेरे प्रेरणा हो तुम,शब्दो का मेरे अर्थ हो तुम,पवन का राग , सपनो का सार हो तुम,मेरे जीने की सिर्फ एक वजह हो तुम। -
लिखावट की मेरे प्रेरणा हो तुम,शब्दो का मेरे अर्थ हो तुम,पवन का राग , सपनो का सार हो तुम,मेरे जीने की सिर्फ एक वजह हो तुम।
साथी का साथ माँगना है,अगले जन्म में भी दीदार माँगना है,कुछ तोह रहा होगा अपना भी पुराना,इसीलिए तो इतेफाक़ में फिर दीदार माँगना हैं। -
साथी का साथ माँगना है,अगले जन्म में भी दीदार माँगना है,कुछ तोह रहा होगा अपना भी पुराना,इसीलिए तो इतेफाक़ में फिर दीदार माँगना हैं।
कुछ पग ही साथ चले है,पर चले तो है,इस भीड़ भरी दुनिया में मिले तो है,ज़िन्दगी भर ही ना सही, पर दो कदम साथ चले तो हैं। -
कुछ पग ही साथ चले है,पर चले तो है,इस भीड़ भरी दुनिया में मिले तो है,ज़िन्दगी भर ही ना सही, पर दो कदम साथ चले तो हैं।
इस जन्म में तोह साथ नहीं था,शायद अगला जन्म तोह साथ हो,खुदा ने भी तोह कुछ सोचा होगा,वरना मिलन ना हो ऐसा तोह साथ नहीं था। -
इस जन्म में तोह साथ नहीं था,शायद अगला जन्म तोह साथ हो,खुदा ने भी तोह कुछ सोचा होगा,वरना मिलन ना हो ऐसा तोह साथ नहीं था।
दोस्त भी बड़े बदमाश है मेरे,आज भी तुम्हारा नाम याद दिलाते हैं,जब भी भूलना चाहो तुम्हे,नाम ले लेके चिढ़ते है। -
दोस्त भी बड़े बदमाश है मेरे,आज भी तुम्हारा नाम याद दिलाते हैं,जब भी भूलना चाहो तुम्हे,नाम ले लेके चिढ़ते है।
तेरी याद आज भी सताती हैं,रुलाती नहीं सिर्फ हसाती हैं,शायद यही लिखा था हमारे नसीब में,इसी लिए तोह इतने खूबसूरत लम्हे की याद सताती है। -
तेरी याद आज भी सताती हैं,रुलाती नहीं सिर्फ हसाती हैं,शायद यही लिखा था हमारे नसीब में,इसी लिए तोह इतने खूबसूरत लम्हे की याद सताती है।
ग़मो को छुपा के हँसते हैं,जामाने में सिर्फ तारीफ़ करते हैं,अकेले में कोई आकर देखे,रातों को कितना तकिया भिगोते हैं। -
ग़मो को छुपा के हँसते हैं,जामाने में सिर्फ तारीफ़ करते हैं,अकेले में कोई आकर देखे,रातों को कितना तकिया भिगोते हैं।
बेवफ़ा के बाज़ार में वफ़ा की भीख मांग बैठे,तुम हमसे नहीं हम तुमसे दिल लगा बैठे,काश यह दिल निकाल के तुम्हे दिखा पाते,की देख तेरे बाद इस दिल ने बेवफ़ा को ही वफ़ा मान बैठे। -
बेवफ़ा के बाज़ार में वफ़ा की भीख मांग बैठे,तुम हमसे नहीं हम तुमसे दिल लगा बैठे,काश यह दिल निकाल के तुम्हे दिखा पाते,की देख तेरे बाद इस दिल ने बेवफ़ा को ही वफ़ा मान बैठे।
मैं तो तुम्हें नहीं भूल पा रहा,क्या तुम मुझे भूल पाओगे,अपने इस दिल की सज़ा,क्या मुझे दे पाओगे। -
मैं तो तुम्हें नहीं भूल पा रहा,क्या तुम मुझे भूल पाओगे,अपने इस दिल की सज़ा,क्या मुझे दे पाओगे।