कल तबीयत बहुत खराब था दर्द भी मुझे बेहिसाब था रात बहुत हो गई थी डाक्टर से appointment का ना कोई आस था बस अपनो का साथ था फिर लगा मैं अकेली नहीं हूं मेरे साथ अपनो का प्यार और आशर्वाद था
हम यूहीं ताउम्र तेरा इंतज़ार करेंगे तू ना सही तेरी यादों से भी प्यार करेंगे.... मिले हर जन्म तू ही मेरा प्यार बनके यही दुआ हम खुदा से बार बार करेंगे हम यूहीं ताउम्र तेरा इंतजार करेंगे तू ना सही तेरी यादों से प्यार करेंगे.... तेरी वफ़ा सी वफा नहीं जमाने में हम तेरी इसी वफा पे हर जन्म निसार करेंगे यूहीं तेरे हमसफ़र बनकर सफ़र में तेरा इंतज़ार करेंगे हम यूहीं ताउम्र तेरा इंतज़ार करेंगे तू ना सही तेरी यादों से भी प्यार करेंगे....
हर बात पे सवाल जवाब करना अच्छा नहीं लगता किसी को जबरदस्ती प्यार करना अच्छा नहीं लगता जब कोई एक ही गलती बार बार करे तो उसको एहसास दिलाना अच्छा नहीं लगता...
अक्सर न जानें क्यू मेरे साथ ऐसा होता है मै रोती रहती रात भर जानें वों कैसे चैन से सोता है मन में आता उसे भूल नहीं सकती मर तो सकती हूं फ़िर आसानी से मरा भी तो नहीं जाता है कुछ दर्द थोड़ी सी कुछ उसकी बेरपरवाही और बढ़ा जाता है लाचार हूं बहुत दिल के हाथों अब तो दिमाग़ भी पागल सा होता जाता है अक्सर यही सवाल मन बार बार दोहराता है हम जिसे चाहते वो हमें अक्सर ही क्यों छोड़ जाता है मै रोती रहती रात भर जाने वो कैसे चैन से सो जाता है।