बड़े बड़े लोगो को छोटी सोच रखते देखा है मैंने यहां गूंगे बहरों को भी शोर करते देखा है मैंने जब बड़े दिल वाले मुखौटो ने मुहं फेर लिया कभी, अजनबी चेहरों को खुद की ओर मुड़ते देखा है मैंने ।।
ज़िंदगी तो कट रही, पर दिल के सारे ज़ज़्बात बाकी है, वो जो सुने मुझे यूंही हर पल, होनी सारी बात बाकी है, सुना है दुनिया खत्म होने को है, खुदा थमो अभी ज़रा, सुबह से होजाए नफरत, अभी आनी ऐसी रात बाकी है।
जब मैं रोती हूं तो क्या बेचैन होते हो तुम? जागती हूं जिस रात मै, बताओ सोते हो तुम? जब भी तुम्हारा नाम लेकर होती हूं उदास बताओ ना, हिचकियों से परेशान होते हो तुम?