अnil कुmar  
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Joined 22 September 2020


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Joined 22 September 2020
8 SEP 2023 AT 14:32

सोने में भी डर लगता है अब
तेरे ख़्वाब जातें ही नहीं

किसको बताऊं अब किस हाल में हूं मैं
कोई अपना नज़र आता ही नहीं

बहुत दूर निकल आया मैं तेरी उन गलियों से
अब मेरे पांव एक जगह रुकते ही नहीं

तेरी याद में सिगरेट जलाता रहता हूं
फिर भी मौत आती ही नहीं |

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11 AUG 2023 AT 3:35

तेरी यादों से अब कोई नाता नहीं है
तेरी सूरत ही हर जगह दिखे ऐसा नही है

कभी नाज़ुक थे किसी फूल की तरह हम
अब कांटों में भी हमारे जैसी चुभन नही है

भबरे मड़रातें होंगे तेरे ऊपर बेशक
जिस फूल को एक बार नजरों से गिरा दिया हमने
उठा कर उसको हम चूमते नही है

रही हो खता चाहे किसी की भी
रिश्ते बचाने को हम भी अब झुकते नहीं है

खुद को कर लिया जुदा जमाने से
कोई मर भी जाए तो अब फर्क पड़ता नही है।

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8 AUG 2023 AT 11:34

प्यार बेमिसाल किया था
नफरत भी बेहिसाब करेंगे
तेरी सूरत दिखे जिस गली में
वो रास्ता पहले ही छोड़ देंगे।

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6 AUG 2023 AT 19:43

तेरे झूठ से भी प्यार किया था
तेरी हर बात पर मेरे यार एतबार किया था
जहां तक कोई न पहुंच सका मेरे दिल में
मेरे यार तुझे अपने दिल में वो मुकाम दिया था
तूने जिंदगी के उस मोड़ पर छोड़ा मुझे
जहां तेरे सिवा कोई और मेरा नही था ।

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30 JUL 2023 AT 13:07

मेरे जख्मों पर नमक और रकीब को सुकून दे रही है
मैं जिंदा क्यों हु मेरी मोहब्बत ये सवाल कर रही है|

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29 JUL 2023 AT 13:27

देकर दर्द मुझे हजार आज वो किसी और की बाहों में पड़ी है
करके रातें मेरी बर्बाद किसी और की रातें रंगीन करने चली है
अब वो मोहब्बत का किस्सा अपनें मुंह से मुझे न सुनाए
तो अच्छा रहेगा
उसके बदन पर लिपटी रकीब की उंगलियां
मुझे सब सच बताने पर उतरी है
और मैं कैसे अनदेखा कर दू उसके निशानों को
जो सच की गवाही देने पर अटकी है ।

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26 JUL 2023 AT 12:51

अब तेरी याद भी नहीं आती
शायद इतना दूर आ गया हु
तेरी गली तेरा शहर सब छोड़ आया हु
मेरी मंजिल तू थी मैं अपनी मंजिल ही अब छोड़ आया हु
गिले जितने भी थे तुझसे सब दफना आया हु
तू हमेशा खुश रहे अपनी दुआ में यही एक दुआ मांग कर आया हु ।

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25 JUL 2023 AT 12:22

हम भी आयेंगे याद बेइंतहा जरा ये वक्त गुजर जाने दो
तुम्हारी आंखों से भी बहेंगे आंसू थोड़ा मुझे बदल जाने दो
तुम्हारी यादों का जनाजा लिए फिरता हु दरबदर
तुम भी ढूंढोगे मुझे जमाने भर में भीड़ में थोड़ा मुझे खो जाने दो
आज मेरे होने का तुम्हे कोई एहसास नही है
एक दिन तुम्हें भी बहुत याद आऊंगा मैं बस मुझे मर जाने दो ।

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21 JUL 2023 AT 2:13

चल अब ये सिलसिला खत्म करतें है
मोहब्बत बेपनाह सही छोड़ रहने देते है
जितना गुजरा वक्त बहुत अच्छा गुज़रा तुम्हारे साथ
ताउम्र तुम ये रिश्ता निभाओ इस बंदिश से तुम्हे आजाद करते है ।

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18 JUL 2023 AT 12:43

मेरे हंसने पर हंसता है
मेरे रोने पर रोता है
मेरे घर एक आईना है
जो मुझे बहुत अच्छे से जानता है।

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