फ़ासले बहुत तो नहीं थे दरमियाँ,बस एक दूसरे की ओर चलना छोड़ दिया हमने।💔 -
फ़ासले बहुत तो नहीं थे दरमियाँ,बस एक दूसरे की ओर चलना छोड़ दिया हमने।💔
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चाहे ज़ाहिर न करो सरेआम पर,कभी करीब आकर कानों में फुसफुसा दिया करो कि"इश्क़ है तुमसे"।♥️ -
चाहे ज़ाहिर न करो सरेआम पर,कभी करीब आकर कानों में फुसफुसा दिया करो कि"इश्क़ है तुमसे"।♥️
तुम्हारे खामोश लफ़्ज़ों को सुनना,शांत चेहरे को देखना, अपलक,शौक से ज़्यादा ज़रूरत है मेरी,सोचती हूँ कि कतरा-कतरा ही सही,एक दिन तुम्हें शायद पूरा समझ जाउंगी।🖤 -
तुम्हारे खामोश लफ़्ज़ों को सुनना,शांत चेहरे को देखना, अपलक,शौक से ज़्यादा ज़रूरत है मेरी,सोचती हूँ कि कतरा-कतरा ही सही,एक दिन तुम्हें शायद पूरा समझ जाउंगी।🖤
अँधेरों में लोग छुप सकते हैं..उनकी शख्सियत नहीं।💙 -
अँधेरों में लोग छुप सकते हैं..उनकी शख्सियत नहीं।💙
जब कोई बात नहीं होती, तो तुम्हारा ज़िक्र होता है,जब तुम्हारा ज़िक्र होता है, तो फिर कोई और बात नहीं होती।💞 -
जब कोई बात नहीं होती, तो तुम्हारा ज़िक्र होता है,जब तुम्हारा ज़िक्र होता है, तो फिर कोई और बात नहीं होती।💞
मेरा और तुम्हारा मिलना बिल्कुल वैसा ही था जैसे बारिश के बाद इंद्रधनुष का खिलना,"ख़ूबसूरत पर क्षणिक"।🌈 -
मेरा और तुम्हारा मिलना बिल्कुल वैसा ही था जैसे बारिश के बाद इंद्रधनुष का खिलना,"ख़ूबसूरत पर क्षणिक"।🌈
अल्फ़ाज़ों से इतर भी बहुत कुछ कहना था तुमसे,पर इत्मिनान है मुझे, तुम समझ न पाते।🌸 -
अल्फ़ाज़ों से इतर भी बहुत कुछ कहना था तुमसे,पर इत्मिनान है मुझे, तुम समझ न पाते।🌸
Let your ego die of hunger,But do not forget to feed your self-respect.💜 -
Let your ego die of hunger,But do not forget to feed your self-respect.💜
किसी का उजला सवेरा बनते-बनते खुद की काली रात मत बन जाना,थोड़ा इश्क़ खुद से भी कर लो यार, दूसरों से इश्क़ में हार मत जाना।🌸🍀 -
किसी का उजला सवेरा बनते-बनते खुद की काली रात मत बन जाना,थोड़ा इश्क़ खुद से भी कर लो यार, दूसरों से इश्क़ में हार मत जाना।🌸🍀
अलग-अलग है अंदाज़-ए-बयां दर्द का यहां,कोई चीख रहा उससे, कोई घुट रहा उसमें।🍁🍂 -
अलग-अलग है अंदाज़-ए-बयां दर्द का यहां,कोई चीख रहा उससे, कोई घुट रहा उसमें।🍁🍂