पता नहीं कब ये हुनर आ गया मुझमें कि, मैं ,मैं न रही मुझमें बाकी सारा जहाँ समा गया। - © वेणु
पता नहीं कब ये हुनर आ गया मुझमें कि, मैं ,मैं न रही मुझमें बाकी सारा जहाँ समा गया।
- © वेणु