खून से अब मैं नहाने वाला हूँ,
छोड़कर दुनिया जाने वाला हूँ,
खुदकुशी है हराम जानता हूँ मैं
मर के सबको दिखाने वाला हूँ,
मैं हूँ ख़ामोश मत समझ गूंगा
दिल की धड़कन सुनाने वाला हूँ,
तेरे दिल में जगह नहीं हासिल
दर्द का घर मैं बनाने वाला हूँ,
बिन बताए चला तो जाऊंगा मैं
लौटकर फिर न आने वाला हूँ,
मेरी मय्यत से खुश रहेंगे ये सभी
अपनी मय्यत पे रुलाने वाला हूँ,
ज़ख़्म पे ज़ख़्म दे रही है दुनिया
ये लाश कीड़ों को खिलाने वाला हूँ,
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