महीनों से जतन कर रही हैभाई से मिलने के लिए मन्नतें कर रही है।शुभ रक्षाबंधन -
महीनों से जतन कर रही हैभाई से मिलने के लिए मन्नतें कर रही है।शुभ रक्षाबंधन
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जो कट जाता है वो समय है,जो काटा जाता है वो कर्म है। -
जो कट जाता है वो समय है,जो काटा जाता है वो कर्म है।
सरकारी पन्नों में खुद को ज़िंदा नहीं बता पाया। -
सरकारी पन्नों में खुद को ज़िंदा नहीं बता पाया।
सम्मान समानता के बिना संभव नहीं...। -
सम्मान समानता के बिना संभव नहीं...।
इतनी पढ़ी-लिखी समझदार हो।तुम्हें इतना भी इल्म नहीं?ख्वाब देखने का हमारे यहां रिवाज नहीं। -
इतनी पढ़ी-लिखी समझदार हो।तुम्हें इतना भी इल्म नहीं?ख्वाब देखने का हमारे यहां रिवाज नहीं।
ये कब्र नहीं, कमरा है मेराअक्सर करवट बदलता हूं। -
ये कब्र नहीं, कमरा है मेराअक्सर करवट बदलता हूं।
कौन कहता मैं अकेला रहता हूँ,आज भी चार दीवार और एक छत के साथ रहता हूँ।अपनों से बात करने की फुर्सत भी नहीं मिलती,खुद में ही उलझा रहता हूँ।कौन कहता है मैं अकेला रहता हूँ... -
कौन कहता मैं अकेला रहता हूँ,आज भी चार दीवार और एक छत के साथ रहता हूँ।अपनों से बात करने की फुर्सत भी नहीं मिलती,खुद में ही उलझा रहता हूँ।कौन कहता है मैं अकेला रहता हूँ...
सब को मेरी फिक्र है,सब हाल चाल पूछते हैं।पर,अपनी-अपनी वाल पर। -
सब को मेरी फिक्र है,सब हाल चाल पूछते हैं।पर,अपनी-अपनी वाल पर।
चूल्हे रहित मकान में 100 दिनों से हूँ।माँ का आशीर्वाद ही है कि स्वस्थ हूँ। -
चूल्हे रहित मकान में 100 दिनों से हूँ।माँ का आशीर्वाद ही है कि स्वस्थ हूँ।
खामोशी से दूरी नापती जनता चली जा रही है, भूख मिटाने आयी थी और भूखी वापस जा रही है। -
खामोशी से दूरी नापती जनता चली जा रही है, भूख मिटाने आयी थी और भूखी वापस जा रही है।