Aarti Sahu   (AR(Aarti))
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एक ऐसी किताब है जिंदगी अपनी, जिसके हर पन्ने पर एक पेचिदगी सी भरी कहानी की छाप नजर आती है
Joined 15 May 2020


एक ऐसी किताब है जिंदगी अपनी, जिसके हर पन्ने पर एक पेचिदगी सी भरी कहानी की छाप नजर आती है
Joined 15 May 2020
9 JAN AT 1:08

प्यार में बंधे रहे हम ऐसे ही
दिन ब दिन, महीने दर महीने,
साल दर साल,
न कभी कम हो सके तेरा मेरा
ये प्यार,
बस एक यही दुआ है मेरी
एकलौती सी आज।

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9 JAN AT 0:56

तेरा किया एक अहम फैसला
आज मुझे वो प्यारी खुशियां दे रहा
जिसे पाने की उम्मीदों से
कोसों दूर हुआ करती थी कभी।

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31 DEC 2023 AT 21:15

सर्दी की ये रातें,
संग लाती है तेरे संग बिताई
वो हसीन यादें,
जिन रातों में चादरों की जगह
तुझे ओढ़ा था,
तेरी सांसों की गर्मी में खुद को खोया था,
वो पल भी, जब
तेरे मेरे दरम्या न बचा था कोई पर्दा,
जब तू और मैं , हम हुए थे।
इन्हीं सर्द रातों की स्याह रात के साए में तो
हमारी रूहों ने बनाए थे अपने
जिस्मानी रिश्ते।

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31 DEC 2023 AT 21:06

चांद के साथ सफर करना है,
उसकी खूबसूरती की तो
मैं कायल नही, पर
मुझे उस जैसे ही पूरी दुनिया को
अपनी ही नजरो से देखना हैं
उसी की तरह,
रोज चलना हैं, रोज चमकना है,
और कुछ दिनों के लिए
दुनिया की नजरों से
छुप के भी रहना,
और सफर करते करते उसके
संग मुझे भी एक दिन
अपने आसमान का एक चांद बनना है।

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31 DEC 2023 AT 20:37

जो नहीं मिला,
उसी के पीछे क्यू,
भागता मन मेरा,
जो मिला है ,
उसे क्यू नही देखता मन मेरा,
जानती हूं सब कि,
हर चाह पूरी हो जाए, जरूरी नहीं,
पर जो पूरी नही,उसी के बिना ही
खुशी अधूरी क्यों है??

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31 DEC 2023 AT 20:29

आखिरी महीने की
आखिरी शाम के
आखिरी लम्हों के दरमियां,
यूंही खालीपन की धुंध
मुझे अपने आगोश में
समेट लेती है??

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31 DEC 2023 AT 20:21

दिसंबर इस तरह गुजरा कि,
मानो एक तेज हवा का झोंका,
जिसकी लपेट में आ,
जिंदगी का रुख ही बदल गया,
मैं तो नही बदली,
पर ,मेरा सब कुछ
बदल गया।

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22 OCT 2023 AT 3:04

पहले बताना था न,
कि तुमसे मुहब्बत इतनी
महंगी पड़ेगी,
तो वक्त रहते सम्भल जाते,
अब तो हर पल हर लम्हा ही
हम,
तुम्हारी यादों में हैं, फिसल जाते,
राते भी अब सपनों की जगह
तुम्हारी यादो की सौगातें है लाती,
जो नही हो सकता हमारे बीच अभी,
उन्हीं ""सपनों से लम्हों"" की सोच में
मुझे अकसर डूबो जाती।

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22 OCT 2023 AT 2:56

फर्ज, मर्ज, और कर्ज़ के धागों में,
कर्ज़ ऐसा, जो पैसों से भी भारी,
फर्ज ऐसा जिसके पीछे
पूरी जिंदगी गुजारी, और
मर्ज ऐसा कि दुआ और दवा
सभी हारी।

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31 MAR 2023 AT 14:39

तुम ऐसा करो,
लेलो एक किराए घर,
सिर्फ मेरे सपनो में कही,
इधर –उधर,
जब तक नही होता
अपना हमेशा वाला मिलन।

बाद उसके तो होगा,
हमारा खुद का ही अपना
एक घर,
सिर्फ तब तक कर लो
मेरे सपनो मे
किराए के घर में
अपना गुजर बसर।😘

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