फिर हुआ यूं कि बिछड़ गए हम दोनों !न उसने नब्ज़ काटी, न हमें मौत आई ! -
फिर हुआ यूं कि बिछड़ गए हम दोनों !न उसने नब्ज़ काटी, न हमें मौत आई !
-
दुश्मनी का सफ़र इक क़दम दो क़दमतुम भी थक जाओगे हम भी थक जाएँगे.। -
दुश्मनी का सफ़र इक क़दम दो क़दमतुम भी थक जाओगे हम भी थक जाएँगे.।
मोहब्बत अगर सच्ची होतो उसका जिंदगी में मिलना या न मिलना कोई मायने नहीं रखता।मोहब्बत होनी चाहिए... -
मोहब्बत अगर सच्ची होतो उसका जिंदगी में मिलना या न मिलना कोई मायने नहीं रखता।मोहब्बत होनी चाहिए...
कयामत खुद बताएगीकयामत क्यों ज़रूरी है -
कयामत खुद बताएगीकयामत क्यों ज़रूरी है
यूं ही भीड़ नहीं रहती जनाजे मेंहर शख्स अच्छा लगता है चले जाने के बाद -
यूं ही भीड़ नहीं रहती जनाजे मेंहर शख्स अच्छा लगता है चले जाने के बाद
चाहत,फ़िक्र,एहतराम,सादगी और वफामेरी इन्ही आदतों ने मेरा तमासा बना दिया -
चाहत,फ़िक्र,एहतराम,सादगी और वफामेरी इन्ही आदतों ने मेरा तमासा बना दिया
फिर भी ना मिलासोचता हूं वो लोग किस दर्द से गुजरे होंगेजिनके हमदर्द अपने वादे से मुकर गए होंगे। आजाब ही तो है जिंदगी.... -
फिर भी ना मिलासोचता हूं वो लोग किस दर्द से गुजरे होंगेजिनके हमदर्द अपने वादे से मुकर गए होंगे। आजाब ही तो है जिंदगी....
उस वक़्त तक हयात है किसी फूल के मानिंद..!जब तक बाप ज़िन्दा है और माँ सलामत हो। -
उस वक़्त तक हयात है किसी फूल के मानिंद..!जब तक बाप ज़िन्दा है और माँ सलामत हो।
Aaj meny talash kia usy apny aap men"ASIF"Wo mujy har jaga mila meri taqdeer ky siwa..... -
Aaj meny talash kia usy apny aap men"ASIF"Wo mujy har jaga mila meri taqdeer ky siwa.....
शर्तें लगाई जाती नहीं दोस्ती के साथ !कीजे मुझे क़ुबूल मेरी हर कमी के साथ!तेरा ख़याल, तेरी तलब तेरी आरज़ू,मैं उम्र भर चला हूँ किसी रौशनी के साथ!दुनिया मेरे ख़िलाफ़ खड़ी कैसे हो गई,मेरी तो दुश्मनी भी नहीं थी किसी के साथ!किस काम की रही ये दिखावे की ज़िंदगी,वादे किए किसी से गुज़ारी किसी के साथ! -
शर्तें लगाई जाती नहीं दोस्ती के साथ !कीजे मुझे क़ुबूल मेरी हर कमी के साथ!तेरा ख़याल, तेरी तलब तेरी आरज़ू,मैं उम्र भर चला हूँ किसी रौशनी के साथ!दुनिया मेरे ख़िलाफ़ खड़ी कैसे हो गई,मेरी तो दुश्मनी भी नहीं थी किसी के साथ!किस काम की रही ये दिखावे की ज़िंदगी,वादे किए किसी से गुज़ारी किसी के साथ!