कुछ वादे रख एक चिट्ठी में ,एक ख्वाब नया दे जाना तुम मन से हटा देना काली बदरी,यादों की बरसात दे जाना तुम जाते जाते मुड़कर के ,वक़्त के पहरी से छुपकर के थोड़ी देर ही सही ,रुक जाना तुम ,एक ख्वाब नया दे जाना तुम .....
सुनो ! तुम मुझे थोड़ी देर से मिलना अभी वक्त नहीं है मेरे पास कुछ गिने-चुने ख्वाब लेकर बैठी हूं मैं अभी पूरे करने हैं उन्हें अभी बनानी है मुझे तुम्हारी कुछ तस्वीरें मेरे दिल की दीवार पर अभी सुनानी है कुछ लोगों को तुम्हारी कहानियां बतानी है मुझे भी औरों को तुम्हारी नादानियां अभी लौटते परिंदों से कुछ खत भेजने हैं मुझे अभी बादलों से अपनी नाराजगी जाहिर करनी है अभी चलते चलते मुझे थक कर गिरना है अभी गिरते-गिरते मुझे खुद संभलना है अभी फोन की डायरी उठाकर तुम्हारे लिये ख्याली खत लिखना है अभी गुजरते हुए तुम्हे, मुझे खिड़की से छुपकर देखना है अभी इबादत करनी है खुदा से तुम्हारी खातिर अभी करनी है मुझे अपनी मोहब्बत आईने से जाहिर हाँ तुम थोड़ी देर से मिलना अभी दिल को तुम्हारी खातिर बेकरार करना है एक बार इश्क़ को तुम्हारे इनकार करना है कुछ चन्द लम्हे बांध कर रखने है मुझे अभी समंदर किनारे तुम्हारा इंतज़ार करना है इसलिए ...सुनो ! तुम थोड़ी देर से आना..... @Aanya writes ✍️
शायद तुम्हे भूलने लगी हु मैं ... कुछ नए चेहरों में कुछ नए शहरो में कुछ नई बातों में उलझने लगी हु मैं शायद तुम्हे भूलने लगी हु मै पुरानी यादो की गली से अब गुजरना छोड़ दिया है दिखती थी तस्वीर जहाँ तुम्हारी दिल का वो आइना मैंने तोड़ दिया है .. खामोश हो गए थे जो लब तुम्हारी बेरुखी से इन सिले होठों को खोल हँसने लगी हु मैं हां तुम्हे भूलने लगी हु मैं ढलने लगी है मन से अमावश की अंधियारी पूनम के चाँद सी निखरने लगी हु मैं शायद तुम्हे भूलने लगी हु मैं ♥️Aanya♥️
Nature doesn't care how we behave... their behavior is always the same for us. Whether we protect nature or harm it, she only does what her karma is... like we pluck a flower and throw it away, The next morning he returns with his scent without complaint💐💐
कभी आग लिखती है कभी ख्वाब लिखती है कभी कमाल तो कभी लाजवाब लिखती है वाकई जब भी लिखती है बवाल लिखती है मोम सा दिल इनका कौवों को भी इजहार लिखती है तारीफे इनकी क्या ही करू कलम से नक्कासी बेसुमार करती है और दिवाली पर पटाखे तो औरों की खातिर है ये तो अपनी अदाओं से ही धमाका हर बार करती है😅😅😅😅
हाँ मै मैं नही शायद कोशिस मत करना ढूंढने की मुझे यकीन मानो ❤️✍️Aanya✍️❤️ पहुच कर भी मुझ तक , तुम मुझ तक पहुच नही सकते. सुनो तुम , तुम और तुम भी ये फासले तुम सब ने ही बनाये ना आज हँसी आती है मुझे तुम पर या खुद पर समझ नही आता कहा गलत थी कहा सही ये गलत सही का आंकड़ा मुझसे सुलझ नही पाता आज भी याद है मुझे वो अपनी नम आँखे जब सोचा करती आखिरी दफा बस आखिरी दफा कह कर हाल पूछ ही लिया करती थी इन बातों को एक पोटली में बांध समेट रखा है क्योकि तुम्हारी नयी बातें अब अच्छी नही लगती मुझे किसी रोज तुमसे सामना हो जाये तो उड़ेल दूँगी इस पोटली को कुछ बातें उठा लेना और हाल पूछ लेना मेरा बेफिक्र रहो मैं सिर्फ मुश्कुरा दूँगी ताने कसने की आदत छोड़ दी मैंने. उम्मीदों की गुल्लक फोड़ दी मैंने अपने आप से बेइंतहा मोहब्बत है मुझे और सुकरना तुम्हारा तह दिल से वजह तुम और तजुर्बों की चादर ओढ़ ली मैंने कोशिस मत करना ढूंढने की मुझे हाँ कहा ना मैं मैं नही शायद