5 JUN 2017 AT 11:13

हर रोज़ तेरे खयालों को
अपनी नज़्मों में दफ़नाता हूँ..
पहले ये दिल तेरे हवाले था..
अब ये कब्रिस्तान भी तेरा हुआ..

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