yash gehlot   (©yash gehlot)
36 Followers · 13 Following

read more
Joined 27 December 2017


read more
Joined 27 December 2017
4 AUG 2022 AT 0:52

वो कहेंगे ठहर जाओ, तुम ठहर जाना नही ।
वो कहेंगे बहक जाओ, तुम बहक जाना नही ।
ये लोग तुम्हे उलझाएंगे , तुम उलझ जाना नही ।
तुम बहते रहना उस नदी की धार की तरह जो हर पत्थर, हर चट्टान को अपने में समाकर आगे बढ़ती जाती है,
और अंततः मिल जाती है उस अनंत सागर में जहा अपना पराया, छोटे बड़े का भेद नहीं रहता,
और बचता है तो सिर्फ एक वो कामयाबी का एहसास जिसके आगे, पिछले किसी दर्द का महत्व नहीं रहता ।

-


8 MAR 2021 AT 1:01

ये दिन भी खामोश हो जाते हैं।

ये राते भी खामोश हो जाती हैं।

जब तू नहीं होता साथ तो ये बाते भी खामोश हो जाती हैं।

यूं तो कहने को हज़ार फलसफे है मेरे पास,

मगर तू नहीं होता तो ये ज़ुबान भी खामोश हो जाती है ।

-


25 NOV 2020 AT 18:45

Everybody is stuck somewhere..
Some on earth.
Some in heaven.

-


3 NOV 2020 AT 20:02

यहां नदियां भी समुद्र से आकर मिल जाती है...

बस एक इंसान, इंसान से नहीं मिलता ।

-


28 OCT 2020 AT 20:30

वो अब मुझे पहले जैसा नहीं समझते,

शायद अब वो मुझे मुझ जैसा नहीं समझते।

-


22 AUG 2020 AT 22:37

तेरे शहर में सबकुछ अधूरा सा है....
एक तू ही है जो पूरा सा था।

-


9 AUG 2020 AT 20:59

आओ महफिलों में बैठकर फिर रंग जमाते है,
जो छोड़ी थी ज़िन्दगी उसे फिर से उठाते है।

मुसाफिर बोहोत मिलते गए रास्तों में मगर,
जो अब भी साथ है उन्हीं से दिल लगाते है।

जो छोड़ी थी ज़िन्दगी उसे फिर से उठाते है।

-


18 JUL 2020 AT 21:13

झूठा होकर भी कुछ कुछ सच सा है,

ये ज़माना भी कुछ तेरे इश्क़ सा है।

-


18 JUL 2020 AT 21:03

तेरे दिल में रहकर तुझसे दूर रहू तो कोई हर्ज़ नहीं...

तेरे करीब रहकर दिलो की दूरियां मुझे बर्दाश्त नहीं।

-


14 JUL 2020 AT 21:17

वो घड़ी भी अब ' करीब ' ही है,

जब तुझसे ' दूरियां ' बढ़ानी है।

-


Fetching yash gehlot Quotes