आज फिर बन बैठा हूँ मुसाफ़िर ,अपनीं खूबसूरत मंजिल को पानें के लिए .....। - PP
आज फिर बन बैठा हूँ मुसाफ़िर ,अपनीं खूबसूरत मंजिल को पानें के लिए .....।
- PP